हेलो दोस्तों आप सभी का सवागत है हमारे इस नए आर्टिकल में तो आज हम फिर से लेकर आये है एक और हेल्थ से रिलेटेड आर्टिकल को लेकर तो आज के इस आर्टिकल में आपको एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा कोनसी है , आखिर ये एनल फिशर क्या है , इसके लक्षण क्या क्या होते है , ये बीमारी क्यू होती है , आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए उसके साथ ही साथ फिशर की अंग्रेजी दवा की भी जानकारी आपको यही पर मिलने वाली है तो आप ये आर्टिकल शरू से अंत तक पढ़ लीजिये आपको क्यू की इस सी ही रिलेटेड आपके लगभग सारे सवाल के जवाब आपको यही पर मिलने वाले है ।
Table of Contents
एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा | फिशर ट्रीटमेंट इन होम्योपैथी
तो सब से पहले एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा , फिशर की अंग्रेजी दवा की जानकारी देखने से पहले आखिर ये बीमारी है क्या वो देख लेते है तो इस ही बिमारी को एनल फिशर और सिर्फ फिशर भी कहा जाता है । इस बीमारी में इंसान का जो प्राइवेट पार्ट यानि की जो मलद्वार होता है उसके साइड की स्किन ये फट जाती है या फिर आप ऐसे भी कह सकते हो की एक चीरा पढ़ जाता है ।
ये जो एनल फिशर की बीमारी होती है वो खास कर के जिनको कब्ज की प्रॉब्लम होती है उसके कारन से ल बहुत कठोर होने लगता है ऐसे इंसान को ये बीमारी होने का खतरा ये जयदा होता है । अगर इंसान सही से सही समय पर मल त्याग करने नहीं जाता है तो मल ये कठोर बनने लगता है उस कंडीशन में भी ये problam हो सकती है । शरीर के कोई भी हिसे में कितनी भी छोटी बीमारी क्यू ना हो उसका असर ये पुरे शरीर में पढ़ ही जाता है पर ये जो एनल फिशर है वो प्राइवेट पार्ट में होती है उसके कारन हमको डेली का काम करने में प्रॉब्लम आ जाती है , इस ही बीमारी के कारन असहनीय दर्द तो होता ही है उसके साथ ही साथ खून भी आता है उसके कारन बहुत से लोग इस बिमारी को फिस्टुला से कंफ्यूज हो जाते है पर दोनों के कुछ कुछ लक्षण एक है पर इनके इलाज ये अलग अलग है ये आप ध्यान में रख लीजिए ।
Anal fissure होने के कारण
अभी हम एक एक कर के Anal fissure होने के कारण देख लेते है क्यू की अगर बीमारी का सही कारन पता होगा तो आपको उसका इलाज करने में भी आसानी होगी और रिकवरी भी जलदु होगी ।
सब से पहले जैसे की हमने आपको पहले भी कहा है की ये Anal fissure होने के पीछे कब्ज का भी हाथ होता है जी हां अगर बहुत समय से कब्ज की प्रॉब्लम है तो ये एक इसका प्रमुख कारन बन सकता है ।
कभी कभी ये कुछ कुछ कारणों के कारन हमको दस्त लग जाते है तो उस कंडीशन में बहुत बार मल त्याग करने के लिए जाना पड़ता है ये भी एक कारण हो सकता है और बात रही दूसरी बीमरी की तो इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज जिसको आईबीडी बोलते है उसके कारण भी ये प्रॉब्लम आपके बॉडी में आ सकती है ।
प्राइवेट पार्ट में संक्रमण जो की सिफलिस या हर्पिस रोग के कारण होते है वो भी इस बीमारी पनपने के लिए माहौल त्यार हो जाता है । और बात रही खान पान की तो जयदा तेल वाला , फास्ट फूड और मैदे से बनी चीजों को खाने के कारण भी ये बीमारी हो सकती है ।
Anal fissure का लक्षण | फिशर ट्रीटमेंट इन होम्योपैथी
जैसे की हमने पहले भी कहा है की फिस्टुला , बवासीर और इस बीमारी के लक्षण एक जैसे ही है उसके कारन से आगे चलकर प्रॉब्लम हो सकती है । तो टॉयलेट करते समय असहनीय दर्द होना , उसके साथ ही साथ जलन भी होना ये आम लक्षण में से एक है ।
उसके साथ बैठने में प्रॉब्लम होना , और प्राइवेट पार्ट में आस पास यानि की गुदा के आस पास दरारे जैसे लग रहा है या फिर गुदा के पास एक जख्म जैसा लग रहा है तो ये कुछ साफ़ साफ़ Anal fissure होने के लक्षण है ।
टॉयलेट जाने के बाद भी लम्बे समय तक गुदा के आस पास दर्द हो रहा है और मल त्यार करने के बाद खून आ रहा है तो ये भी Anal fissure होने के कुछ लक्षण है जिस को आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए ।
Anal fissure का होम्योपैथिक दवा
तो इस हिस्से में हम आपको एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा की जानकरी बता देते है तो आपको बता देते है इस आर्टिकल में जो भी फिशर की अंग्रेजी दवा , फिशर ट्रीटमेंट इन होम्योपैथी की जानकारी मिलने वाली है वो सिर्फ सिर्फ आपकी एक्स्ट्रा जानकारी ले ही है तो आप सिर्फ ये आर्टिकल को पढ़ कर खुद से कोई भी दवा या फिर नुस्के का सेवन मत कीजिये । डॉक्टर की उचित सलाह लेने के बाद ही कोई दवा का सेवन कीजिये ।
Nitric acid 30 | fissure homeopathic medicine
ये जो एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा है वो सब बेस्ट दवा में से एक दवा है क्यू की इस का इस्तेमाल करना भी बहुत ही आसान है तो अगर प्राइवेट पार्ट में जलन और असहनीय दर्द हो रहा है और स्किन कट हो रही है वैसा फील हो रहा है तो उसके इलाज में इसका उपयोग ये किया जाता है । इसका सेवन कैसे करते है इसकी हम बात करे तो Nitric acid 30 पोटेंसी इस दवा की सिर्फ 2 बुँदे रोज एक दिन में 2 से 3 बार सेवन कर लेनी है ।
ये एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा कोई भी मेडिकल स्टोर में मिल जाता है या फिर ऑनलाइन में भी ये आपको 80 से 100 रूपये में मिल जाता है ।
फिशर की अंग्रेजी दवा Paeonia Officinalis Q
ये जो Paeonia Officinalis Q फिशर की अंग्रेजी दवा है वो भी ड्राप के रूप में ही आती है ये दवा खास कर के खून का रिसाव होता है , घाव ये होते है उनके लिए ये सेवन करने के लिए कहा जाता है ।
ये जो Paeonia Officinalis Q दवा है ये आपको करीब 550 से 600 रूपये के आस पास मिल जाती है । इस दवा का सेवन कैसे करते है अगर हम बात करे तो इस दवा की करीब 19 से 20 बुँदे आपको नार्मल आधे कप पानी में दाल कर अचे से मिलाकर ये सेवन कर लेना है ऐसा आपको एक दिन में 3 बार सेवन कर लेना है । आपको इस दवा की कितनी खुराक सही होगी ये डॉक्टर आपकी कंडीशन देख कर ही बता सकते है ।
इस के जैसे ही Hamamelis Q नामक दवा भी काम करती है लैट्रिन के समय में खून आता है तो उसके इलाज में इस का उपयोग करते है । इस दवा की जो 30 मिलीलीटर की बोतल है वो आपको १30 से 150 रूपये में मिल जाती है ।
Mangifera indica 30 | fissure homeopathic medicine
अगर आप फिशर ट्रीटमेंट इन होम्योपैथी खोज रहे हो और कोई भी ट्रीटमेंट अगर असर नहीं कर रहा है तो आप एक बार इस दवा का सेवन जरूर कर लीजिये । सब से पहले एनल फिशर के कारन जो जलन, चुभन, दर्द होता है उसको कम करने का काम ये दवा बहुत ही अचे से करती है । इस दवा की कीमत ये 90 से 100 रूपये है और ये आपको यही पर भी बहुत ही आसानी से मिल जाती है ।
बात रही इसका सेवन कैसे किया जाये तो डायरेक्ट इस दवा की सिर्फ 2 बुँदे जीभ पर दाल कर घटक लेना है ऐसा आपको एक दिन में 2 से 3 बार लेने की सलाह देते है आपकी कंडीशन को देख कर ।
Medisynth Pilen Drops
अगर आप ऐसी एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा खोज रहे हो तो Medisynth Pilen Drops तो ये सब से बेस्ट है जो की अगर आपको इस बिमारी से बहुत जयदा दत्ड़ हो रहा है तो उसको कम करने में ये दवा बहुत ही असरदार मणि जाती है ।
अगर आप इस दवा की सिर्फ 20 बुँदे नार्मल एक कप पानी में मिलाकर करीब हर आधे घंटे के अंतराल में सेवन करते हो तो कुछ ही समय में रिजल्ट ये देखने को मिल जाता है ।
तो ये थी कुछ फिशर ट्रीटमेंट इन होम्योपैथी कोनसी है , एनल फिशर की होम्योपैथिक दवा का नाम क्या है , आखिर ये एनल फिशर क्यू होता है उस सब की जानकारी तो आपको बता देते है ये जो आर्टिकल है वो सिर्फ आपकी एक्स्ट्रा जानकारी के लिए ये आर्टिकल लिखा है तो आप ये आर्टिकल पढ़ कर या फिर इंटनेट का कोई और वीडियो या फिर आर्टिकल को देख कर आप कोई भी दवा या फिर नुस्के का उपयोग ना करे डॉक्टर की उचित सलाह लेकर ही आप ये सेवन कीजिये क्यू की क्या पता आपको ये दवा की जरूरत ही ना पड़े इसलिए डॉक्टर की सलाह जरूर ले ।