हेलो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे इस नए आर्टिकल में आज के इस आर्टिकल में आपको दस्त की टेबलेट नाम (dast ki tablet name) कोनसी है उसकी जानकारी आपको मिलने वाली है इस आर्टिकल में आखिर ये दस्त क्यू होते है दस्त की अंग्रेजी दवा tablet कब और किस मात्रा में लेनी चाहिए इसके कुछ साइड इफ़ेक्ट है या नहीं और अगर है तो क्या लूज मोशन के घरेलू उपाय है या नहीं इस सब की जानकारी के साथ साथ और भी बहुत कुछ एक्स्ट्रा जानकारी इस ही आर्टिकल में मिलने वाली है तो आप इस आर्टिकल को सुरु से अंत तक पढ़ लीजिये ।
Table of Contents
दस्त की टेबलेट नाम | दस्त की अंग्रेजी द्व tablet
दस्त एक ऎसी बिमारी है वो रहती तो कुछ दिन के लिए होती है पर शरीर की सारी शक्ति ये निचोड़ कर रख देती है और लूज मोशन के समय किसी काम में धयान नहीं लगता है तो कोई अलग से बताने की बात नहीं है । ये दस्त की बीमारी ये आमतौर पर छोटे बचो में जयदा देखने को मिलती है अगर हम व्यस्क की तुलना करे तो जब ये दस्त लग जाते है तो पेट में दर्द, कमजोरी, बुखार जैसे बिमारी भी साथ में चली अति है ।
इस के बारे में आगे की जानकारी देखने से पहले आखिर ये दस्त क्यू होते है वो जान लेते है क्यू की अगर आपको सही से कारन पता होगा तो आप जड़ से ही इलाज कर सकते हो इसलिए दस्त की अंग्रेजी दवा tablet ‘ या फिर दस्त की टेबलेट नाम जान लेने से पहले आप क्यू आपको हो रहे है ये जान लीजिए ।
1 | फ़ूड posioning |
2 | किसी खाने की चीज से एलर्जी की वजह से |
3 | पाचन तंत्र का सही ढंग से काम ना करना |
4 | किसी दवाई से एलर्जी |
5 | शराब अधिक पीना |
6 | तनाव |
7 | ज्यादा खाना |
8 | पानी कम पीना |
संक्रणम । dast ki tablet name
जी हां ये बहुत ही आम कारण है दस्त लगने का वायरस, बैक्टीरिया, प्रोटोजुआ या फंगस अगर आपके शरीर में घुस जाते है तो ये बीमारी आपको हो सकती है और ये को छोटे छोटे कीटाणु होते है वो तो बाहर का खाना का खा लेने से , गंदा पानी का सेवन करने से या फिर गंदे हवामान में रहने के कारण आपको ये दिकत हो सकती है
एलर्जी ।
जी हां एलर्जी भी सब से बड़ा कारन हो सकता है अगर आपको किसी चीज से एलर्जी है और वो अपने सेवन किया तो आपको ये दिकत हो सकती है अक्स्सर बहुत लोगो को दूध, अंडा या गेहूं से निर्मित खाद्य पदार्र्थो का सेवन करने से एलर्जी होती है तो आप भी एक बार अपने खान पान पर नजर पेअर लीजिए ।
इम्युनिटी
जी हां अगर आपकी इम्युनिटी ही अछि नहीं होगी तो ऐसी बीमारी होना तो आम बात है अगर आपकी इम्युनिटी ये कमजोर है तो आपका शरीर के कोई जंतु से लड़ ही नहीं पायेगा और आपको ऐसे बीमारी होती ही रहेगी ।
खाने पर कण्ट्रोल । dast ki tablet name
जी हां ये ऐसा कारन है जो कोई मानने के लिए त्यार ही नहीं होता है अगर आप हद से जयदा कोई चीज का सेवन करते हो तो दिकत होना तो तय ही है अगर आप जयदा मसाले वाला कुछ खाते हो या फिर कुछ भी फालतू का सेवन करते हो और इतना ही नहीं अगर आप जयदा मीठा भी सेवन करते हो तो आपको ये दस्त की टेबलेट नाम देखने की जरूरत पद सकती है ।
तनाव
जी हां तनाव से पुरे शरीर पर असर ये पड़ता है तो अगर आप कोई तनाव में हो तो आपको ये दस्त लग सकते है तो आपको सब से पहले तनाव को दूर करना सीखना होगा ये कोई एक दिन से नहीं होगा ।
खराब खाना | दस्त रोकने की टेबलेट नाम
जी हां आज कल बहुत से लोग ये फ्रेश खाना क्या होता है ये भूल ही गए है तो अगर आप फ्रीज का खाना ये सेवन करते हो या फिर बासी खाना सेवन करते हो तो बी आपको ये दस्त की बीमारी हो सकती है
जयदा पानी ।
जी हां आपको सच नहीं लगेगा पर अगर आप जयदा पानी का सेवन करते हो तो भी आपको ये दस्त की टेबलेट नाम लेने की जरुरत ये पद सकती है । ये जो बहुत से लोग बोलते ही 1 दिन में 8 ग्लास पानी पीना होगा उतना पानी पीना होगा तो आपको इन बात पर ध्यान नहीं देना है आपके शरीर के लिए जितना पानी चाहिए उतना ही सेवन करना चाहिए ।
शारब
बहुत से लोगो को ये लगेगा की शराब से कैसे तो ये ये जो शराब होती है वो भी वकत के साथ ये खराब ये होती ही रहती है तो आप भी ऐसे बात का धयान रखिये ।
इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम और दूसरे रोग
अगर किसी को इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम का रोग या है या फिर किसी के आंतों के ऑपरेशन हुआ है तो उन में दस्त होने की बीमारी ये जयदा होती है एक नार्मल इंसान की तुलना से ।
Dast ki tablet के क्या कोई साइड इफेक्ट हैं?
अभी हम देख लेते है की आखिर इस Dast ki tablet के क्या कोई साइड इफेक्ट हैं और ये कितने दिन तक रह सकती है तो ये जो दस्त है उसके भी अलग अलग प्रकार है तो सब से कॉमन जो दस्त होते है वो एक या फिर जयदा से जयदा 2 दिन में चले जाते है ये दस्त होते है वो पानी के बहार आते है या फिर कभी कभी कुछ पेट में हो रहा है ऐसा लगता है पर आप जब टॉयलेट में जाते हो तब कुछ नहीं होता है ।
दूसरा प्रकार जी की दस्त का है वो ये दस्त है वो कुछ 2 से 4 हफ्ते ये दस्त लग सकते है और ये जो तीसरे टाइप के दस्त होते है एक से जयदा महीने हो सकते है आपको ये किस टाइप के दस्त हुए है ये आपको किस कारण से हो रहे है उस के ऊपर भी सब कुछ निर्भर होता है तो आप सब से पहले अपने डॉक्टर की सलाह ले लीजिये
दस्त की अंग्रेजी दवा tablet List – दस्त की टेबलेट नाम
loperamide | Pedialyte |
Lomotil | Peptic Relief |
Imodium | Pink Bismuth |
atropine / diphenoxylate | Soothe Caplets |
octreotide | atropine / difenoxin |
Imodium A-D | CeraLyte |
Anti-Diarrheal | electrolyte replacement solutions |
Pepto-Bismol | Enfalyte |
Florastor | Medi-Lyte |
Kaopectate | Motofen |
codeine | Oralyte |
bismuth subsalicylate | Rehydralyte |
Diamode | ReVital |
rifaximin | Saccharomyces Boulardii+MOS |
Up and Up Anti-Diarrheal Solution | opium |
Bismatrol | Mytesi |
neomycin | Florastor Kids |
saccharomyces boulardii lyo | crofelemer |
alosetron | Bismatrol Maximum Strength |
Bismarex | New IBS-D |
दस्त की अंग्रेजी दवा tablet लोपरामाइड
तो ये जो लोपरामाइड दस्त की टेबलेट नाम है वो आपको डॉक्टर की सलाह पर इस दवा को सेवन करने की सलाह ये दी जाती है । इस दवा का उपयोग ये दस्त (डायरिया) के इलाज के लिए किया जाता है । इस दवा की खुराक ये आपकी उम्र ये कितनी है आपका लिंग कोनसा है आपकी बीमारी ये कितनी गंभीर है इस सब की जांच कर के आपको डॉक्टर इस दवा कप लेने की सलाह देते है ।
अगर आपको पेट में सूजन, आंतों में सूजन ऐसे बीमारी है तो आपको ये दवा से दूर ही रहना चाहिए । इस दवा के कुछ गंभीर साइड इफ़ेक्ट नहीं है डॉक्टर ये गोली आपको खाना खाने से पहले या फिर खाना खाने के बाद में भी इस दवा को सेवन करने की सलाह दे सकते है । ये लोपरामाइड दस्त की टेबलेट नाम की दवा है वो आपकों कोई भी मेडिकल स्टोर में मिल जायेगी ।
दस्त की टेबलेट नाम बिस्मथ सबसालिसिलेट
ये जो दस्त की टेबलेट नाम बिस्मथ सबसालिसिलेट है उसे आम भाषा में गुलाबी बिस्मथ इस नाम से भी जाना जाता है इस दवा का उपयोग ये आम तोर पर मतली , नाराज़गी , अपच , पेट खराब और दस्त जैसे बीमारी के इलाज के लिए इस का उपयोग ये किया जाता है । ये गोली आंतों को कीटाणुओं को भी खमत कर के राहत देने का काम आपको यही दवा करती है ।
दस्त की अंग्रेजी दवा tablet Alosetron (Lotronex)
ये जो दस्त की अंग्रेजी दवा है जो स्पेशल कंडीशन में ही इतेमाल किया जाता है तो ये दवा ख़ास तोर से गंभीर दस्त-प्रमुख चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम से जूझने वाले महिलाओं के लिए ही इस का इस्तेमाल ये डॉक्टर दवारा ये किया जाता है । इस दवा के कुछ साइड इफ़ेक्ट भी होते है जैसे की कब्ज पेट में दर्द ,मतली ,बवासीर ,पेट फूलना ,उपरी श्वसन पथ संक्रमण ,विषाणुजनित जठरान्त्रशोथ मांसपेशियों की ऐंठन ,सिरदर्द ,थकान जैसे आपको तकलीफ हो सकती है ।
ये दवा की खुराक ये डॉक्टर ही आपकी गंभीरता को देख कर तय करते है ।
लूज मोशन के घरेलू उपाय (Home Treatment)
तो अभी हम लूज मोशन के घरेलू उपाय क्या है उसकी हम बात करते है क्यू की ये जो हमने जितने भी दस्त की टेबलेट नाम बताये है उनके कुछ ना कुछ तो साइड इफ़ेक्ट होते ही है ।
पपीता –
मामूली दीखने वाला पपीता ये आपके पेट के लिए बहुत ही फयदेमद हो सकता है तो सब से पहले आपको एक कच्चे पपीता को अचे से किस लेना है और यही किस है वो2 से 3 कप पानी में उबाल लेना होगा करीब 10 मिनिट के बाद बाफ नीलकल आएगी तब आपको गैस को बंद करना होगा और बाद में नॉर्मल तपानाम पर आने के बाद आप इस पपीता का जो काढ़ा बना है उसका आप सेवन कर सकते हो ।
अदरक –लूज मोशन के घरेलू उपाय
हर घर घर में पाया जाने वाले अदरक में antibactiria और antifungal ऐसे बहुत ही गुणकारक तत्व होते है तो अगर आप लूज मोशन के घरेलू उपाय देख रहे हो तो ये आप जरूर कर के देख लीजिए तो उसका इस्तेमाल करना भी बहुत ही आसान है एक कप या फिर आधे कप में आपको फ्रेश छाछ लेनी है और उसमे आपको ½ tsp सूखा अदरक का पाउडर दालान है साबुत अदरक नहीं बल्कि पाउडर डालना है ये आपको कोई भी किराने में मिल जाता है ।
अगर आप इस घोल को दिन में 2 से 3 बार भी सेवन कर दोगे तो आपको कुछ ही घंटो में रिजल्ट मिल जाएगा ।
नीम्बू –
नीबू का इस्तेमाल ये कोई आज से नहीं किया जा रह है है बाल्की इसका इस्तेमाल ये हजारो सालो से अलग अलग बीमारी के लिए किया जाता है तो दस्त के लिए आपको जयदा कुछ नहीं करना है आपको सिर्फ निम्बू पानी ये बनाना है नमक , चीनी पानी और निम्बू का रस मिलाकर आपको ये जूस दिन में 2 बार सेवन करना है जो इस का सेवन करने के बाद 1 या फिर 2 दिन में असर देखने को मिल जायेगा ।
काढ़ा | लूज मोशन के घरेलू उपाय
जी है काढ़ा ये कितना असरदार होता ये कोई अलग से आपको बताने की बात नहीं है दस्त के लिए काढ़ा बनाने के लिए 2 tbsp दही, ¼ tsp हल्दी, 1 चुटकी हींग, मीठी नीम, नमक इन सबको मिलाकर 1 गिलास पानी बाफ आने तक उबाल लेना है उसके बाद आपको ये काढ़ा अछि तरह से छीन लेना है और जब ये पिने लायक थड़ा हो जाये तब आपको इस इसको पी लेना है ये आप एक दिन में 2 से 3 बार काढ़ा सेवन कर सकते हो ।
साबूदाने का पानी । लूज मोशन के घरेलू उपाय
जी हां अगर आपको loose motion के साथ साथ पेट दर्द भी है और पाचन भी सही नहीं हो रहा है तो आप इस साबूदाने के पानी का सेवन कर सकते हो तो सब से पहले आपको साबूदाने को करीब 3 से 4 घंटे तक पानी में फूलने के लिए रख लीजिये । साबूदाने ये पानी बहुत ही समा लेता है उसके लिए आपको थोड़ा जयदा ही पानी उसमे दाल लेना होगा और बाद में यही पानी को छान कर सेवन करना होगा आपको कुछ ही समय में असर देखने को मिल जाएगा ।
छाछ (मठा) –
आप गर्मियों के दिनों में तो छाछ (मठा) पीते ही होंगे पर क्या आपको पता है क्या लूज मोशन के घरेलू उपाय में से सब से बेस्ट अगर कोई दवा है तो ये छाछ है तो ये सिंपल से छाछ में एसिड बैक्टीरिया होते है जिस से आपको दस्त से भी राहत मिल ही जाएगी । तो आपको कुछ जयदा नहीं करना है आपको सिर्फ ग्लास छाछ लेनी है उस में ही थोड़ी सी जीरा पाउडर, काली मिर्च या हल्दी मिला लेनी है और अचे से मिक्स कर के एक दिन में 3 से 4 बार सेवन कर सकते हो ।
मैथी –लूज मोशन के घरेलू उपाय
मेथी ये कितनी गुणकारक होरी है ये आपको कोई बताने की बात नहीं है । मेथी में भी antibactiria और antifungal जैसे तत्व ये पाए जाते है जिस से आपको दस्त से राहत मिल जायगी तो आपको इसका सेवन करने के लिए आपको मेथी के जो दाने होते है उसकी अछि सी पेस्ट बना लेनी है और एक ग्लास गुनगुने पानी में ये पाउडर के 2 चमच को दाल कर अचे से घोल लेना है और आपको ये पेय सुबह सुबह खाली पेट में सेवन करना होगा
तरल
आपको जब दस्त हो जाते है तब सब से पहले आपको अपने शरीर को तरल देना होगा तरल मतलब ये नहीं की सोडा या फिर कोक या फिर ऐसा ड्रिंक लेना है तो आप सब से पहले पानी का सेवन ये करते रहिये शरीर को पोषक तत्व मिलने ऐसे तरल जैसे दाल का सेवन कर सकते हो ।
दस्त की आयुर्वेदिक दवा है पुदीने की चाय
जी हां अगर आपको दस्त है तो आपको चाय का सेवन करना होगा पर नार्मल चाय नहीं बल्कि पुदीने की चाय का सेवन करना होगा तो पुदीने की चाय करने के लिए आपक सब से पहले पुदीने के कुछ पत्तिया होना जरुरी है तो ये पत्तिया को एक कप पानी में अचे उबाल लेना है और यही चाय का सेवन करना होगा ।
दस्त का आयुर्वेदिक इलाज: धनिया
रोज के इस्तेमाल में आने वाली धनिया भी दस्त की आयुर्वेदिक दवा के जैसे काम करती है तो ऐसे समय में इंसान का शरीर में से पानी की मात्रा ये बहुत ही तेजी सी कम होने लग जाती है उस से और भी हालत खराब हो सकती है तो ऐसे सिथि में आप इस धनिया के पानी का सेवन कर सकते हो इसको बनाने की विधि भी बहुत ही आसान है तो एक कप पानी में कुछ धनिया के पते ये दाल लेने है और उसको इतना घटाना होगा जब तक वो आधा ना हो जाये तो उसके बाद आप ठंडा होने के बाद सेवन कर सकते हो ।
दस्त का आयुर्वेदिक इलाज: जीरा
पेट की कोई बीमारी हो और उसमे कोई जीरा का उपयोग ना हो तो ऐसा नहीं हो सकता है तो इसके लिए ताजे दही में ये भुने हुए जीरे की पाउडर दाल लेनी है और ये डायरेक्ट सेवन करना है । जीरे में विटामिन-ई, विटामिन-बी, मैग्नेशियम आयरन और कई सारे डाइट्री मिनरल्स जैसे तत्व पाए जाते है और इनके कारन ही ये नुस्खा अपनाने से कुछ ही घण्टे में राहत मिल जाएगी ।
तो ये थी दस्त की टेबलेट नाम , दस्त की अंग्रेजी द्व tablet और ऐसे ही दस्त की आयुर्वेदिक दवा के बारे में जानकारी तो आपको ये बता देते है की इस आर्टिकल में जो भी जानकारी है वो सिर्फ और सिर्फ आपकी एक्स्ट्रा जानकारी के लिए लिखी गए है तो आपको ये आर्टिकल में या फिर इंटरनेट पर कोई भी वीडियो या फिर आर्टिकल को पढ़ कर आप खुद से कभी भी अपनी मर्जी से सेवन ना करे ।
कोई भी दवा का सेवन ये आपको डॉक्टर की सलाह पर आपको सेवन करनी होगी ।