न्यू बोर्न बेबी अनाथ आश्रम की लिस्ट | नवजात शिशु को गोद लेना है | अनाथ आश्रम के बच्चे

हेलो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे इस नए ब्लॉग में तो आज हम फिर से लेकर आये है एक और अनोखी जानकारी को लेकर तो आज के इस आर्टिकल में आपको न्यू बोर्न बेबी अनाथ आश्रम इसकी डिटेल में जानकारी आपको यहाँ पर मिलने वाली जय । इस के साथ ही आपको अनाथ आश्रम के बच्चे को आप कैसे गोद ले सकते हो । इसके लिए आपको किस तरह के और कोनसे कोनसे ये डॉक्युमेंट्स होना जरुरी है उसके साथ ही उसके नियम क्या है आपको किस बात का ध्यान रखना इसके आलावा नवजात शिशु को गोद लेना है इस सब की डिटेल में आपको जानकारी आपको यह पर ही मिलने वाली है तो आप ये आर्टिकल शुरू से अंत तक पढ़ लीजिये ।

न्यू बोर्न बेबी अनाथ आश्रम | नवजात शिशु को गोद लेना है

बच्चे को गोद लेना ये बाहरी देश में बहुत ही नार्मल बात है पर हमारे भारत में अभी भी न्यू बोर्न बेबी हो या फिर थोड़ी बड़ी उम्र का ही बच्चा क्यू ना हो अभी भी लोग गोद लेने से कतराते है । पर आज कल बड़े बड़े प्रसिद्ध व्यक्ति इस गोद लेने की थोड़ी बहुत शरुवात की है उसके वजह से ही आज कल ये आम लोग भी इसको अपनाते हुए ये नजर आ रहे है , पर इसकी प्रोसेस की बात करे तो ये इतनी आसान नहीं है ।

बच्चा गोद लेना है तो इन बातों को जाने और समझे

तो न्यू बोर्न बेबी अनाथ आश्रम , नवजात शिशु को गोद लेना है इसकी जानकारी आपको देने से पहले आपको कुछ जरुरी बात ये जान लेनी जय क्यू की ये बहुत ही सेंसटिव मामला है और पूरी तरह आप त्यार हो तो ही आपको आगे का स्टेप लेना है क्यू की ये आपकी जिंदगी का सवाल तो है ही उसके साथ ही एक दूसरे बचे का भी सवाल है ।

क्यों गोद ले रहे है बच्चा

जी हां ये इतना बड़ा फैसला लेने से पहले आपको क्यों गोद ले रहे है बच्चा इसका विचार ये लेना होगा । किसी वजह से आपको बच्चे नहीं हो रहे है , आपको सच में किसी की मदत करनी है , आपको अपना परिवार ये पूरा करना है  या फिर और कोई भी वजह है तो क्या आप जो बच्चा गोद ले रहे हो उसका आप पालन पोषण सच में कर सकते हो , क्या आप अपने खून जैसे ही उसको पाल सकते हो , क्या आप और आपका पूरा परिवार अपने ही फैमिली की तरह प्यार दे सकती है या नहीं ? इस सब सवाल का जवाब ये पोस्टिव है तो ही आपको गोद लेने का सोचना होगा ।

इसके आलावा आपके मन में की भी हलका सा भी इस विषय को लेकर कोई शक है तो आप जब पूरी तरह से त्यार हो जाओगे तब ही आपको फिर से सोचना होगा ।

पहले से ही बच्चा है तो ।

बहुत लोग अपना पूरा परिवार ये पूरा करना चाहते है जैसे की पहले से ही अगर उनको एक बेटा या फिर बेटी है तो उसके लिए कोई भाई या फिर बहन गोद लेने का सोच रहे हो तो , क्या आप जिस बच्चे को गोद ले रहे हो उसको आप उतना ही प्यार दे सकते हो या नहीं ? ये गोद लिए हुए बच्चो को संभालना ये कुछ हद तक कठिन होता है क्यू की ऐस बच्चो को कोण माँ , कोण पापा ये मालूम ही नहीं होता है तो उस में एक नए घर ने जाना ये उनके लिए भी एक अलग ही अनुभव हो सकता है । तो आपको कुछ एक्स्ट्रा करना होगा वो भी दूसरे बच्चे को सँभालते हुए ।

तो आप इस जैसी कंडीशन को किस तरह से हैंडल कर सकते हो इस सब की आपको पहले से ही पलानिंग कर लेनी है । तो इस बीच में आपको इस बात का भी ख्याल रखना होगा की गोद लिए बचे की परवरिश करते करते पहले बचे से ध्यान भटकना नहीं चाहिए । अगर ऐसा हुआ तो मासूम के मन में अलग ही भावना पैदा होती है ऐसी सिथि आपको कभी नहीं लानी है ।

हर पहलू को परखे

जी हां आपने एक बार सोच भी लिया की आपको अनाथ आश्रम के बच्चे को गोद लेना है पर क्या आखिर आप सच में त्यार हो या नहीं वो देख लीजिये । आपको कुछ बाते बुरी लग सकती है पर ये सच है तो क्या आप अभी आर्थिक रूप से त्यार हो , आप उसकी सही इ पालन पोषण कर सकते हो ? क्या स बच्चे के लिए आप सही मोहला दे सकते हो ? जैसे की अगर आपकी फैमिली ही आपके इस फैसले का विरोध करते है जैसे की हर समय छोटे से बच्चे को तुम इस फॅमिली से नहीं हो ऐसा अगर बार बार बोलते रहेंगे या फिर ऐसी ही कुछ कृति करंगे तो आप ही सोचिये की छोटे से मन पर कितना बुरा प्रभाव ये होगा ।

इसके आलावा भी एक पॉइंट अगर आपको बच्चे नहीं हो रहे है उसके लिए आप गोद ले रहे हो और आगे कभी संतान प्राप्ति होती है तो उस कंडीशन में भी उस ही तरह का प्यार दे पाओगे या या नहीं ? इस सवाल का भी जवाब आपके पास होना चाहिए ।

समाज

आप घर में एक बार उसको एक अनुकूल मोहोल दे सकते हो । पर आज भी हमारा समाज ये इस विषय को लेकर इतना पोस्टिव नहीं है । जब तक छोटा है उसको कुछ समाज नहीं आता है तब तक तो ठीक है पर जब बच्चे को सब कुछ समय आएगा तो भी उसके लिए त्यार करना है वो कैसे त्यार करना है ये आपके ऊपर है इसलिए ये जितना आसान लगता है उतना आसान नहीं है ।

तो इसका मतलब ये नहीं है नवजात शिशु को गोद लेना है ये आपकी सोच ये पूरी तरह से गलत है ऐसा नहीं है , आपको किस किस तरह से त्यार रहना है इस सब की जानकारी आपको होना जरुरी है ।

गोद लेने से पहले रखिए इन बातों का ध्यान

अंत में हम देख लेते है आपको किस किस बात का ध्यान ये आपको रखना होगा तो उस में सब से पहले आपको पूरी तरह से मानसिक , आर्थिक, सोशल तरीके से आपको पूरी तरह से त्यार रहना होगा ।

अगर आपकी पहले ही कोई संतान है तो आप जिस बच्चे को गोद ले रहे हो उनके उम्र में जयदा अंतर नहीं होना चाहिए क्यू की इस तरह से दोनों बहुत ही जल्दी घुल मिल जाते है । इस ही तरह से आपको अपनी फैमली का भी ऐसा मोहोल रखना है जिस के कारण गोद लिया हुआ बच्चा भी सब में घिल मिल जाये ।

अगर आप बड़ी उम्र का बच्चा ये गोद ले रहे हो तो उसकी परवरिश करना थोड़ा कठिन हो सकता है पर वो भी एक समय के बाद आपको अपना ही लेगा । आपको इन बच्चो पर थोड़ा एक्स्ट्रा ध्यान ये रखना होता है ये भी जरुरी बात है ।

एक जरुरी बात को भी बच्चा ये माँ के पेट से की जाती , समाज , लेकर पैदा नहीं होता है इसलिए आप भी इस सब से पीछे छोड़कर ही फैसला ले लीजिये । अगर आगे चलकर कोई भी अनबन हुई तो आपको ऐसा कोई भी कृत्य नहीं काटना है जिस से मानसिक आधात उसको हो ।

नवजात शिशु को गोद लेना है | न्यू बोर्न बेबी अनाथ आश्रम

तो आर्टिकल के इस पार्ट में अभी हम ये देख लेते है की आखिर नवजात शिशु को गोद लेना है  है तो आपको क्या करना है या आप कहा से न्यू बोर्न बेबी को गोद सकते हो तो निचे हम आपको पुरे देश में पॉपुलर जो न्यू बोर्न बेबी के अनाथ आश्रम है उसकी लिस्ट आपको बता देते है । तो फिल्फाहाल तो हम आपको दिल्ली , मुंबई , कोलकाता , चेन्नई में जो अनाथ आश्रम है उसकी जानकारी देने वाले है ।

दिल्ली में अनाथ आश्रम Anath ashram in delhi

1. आर्य बाल गृह (Arya Bal greha)
Daryaganj
pataudi house, Daryaganj, Delhi

2. बाल सहयोग (Bal Sahyog)
Market, opposite L Block, Connaught Place,
New Delhi, Delhi 110001

3. किलकारी घर (Kilkari Ghar)
NCC Building, Near Senior Secondary Girls School, Chabiganj,
Kashmere Gate, New Delhi, Delhi 110006

मुंबई में अनाथ आश्रम Anath ashram in Mumbai

1. बालिका आश्रम – दादर ईस्ट (Balika Aashram)
Navin Asha Cooperative Housing Society,
124, Dada Saheb Phalke Marg,
Dadar East, Mumbai, Maharashtra 400014

2. बल आनंद वर्ल्डचिल्ड्रन वेलफेयर ट्रस्ट इंडिया (Bal Aanad Trust)
No. 93, Sai Kripa Building,
Opposite Marathi Muncipal School,
Ghatla Village Rd, Nagesh Patilwadi
Chembur, Mumbai, Maharashtra 400071

3. शिशु भवन (Shishu Bhavan)
Missionaries of Charity – Children’s Orphanage,
Station, Church Rd, LIC Colony, Suresh Colony,
Vile Parle West, Mumbai, Maharashtra 400056

कोलकाता में अनाथ आश्रम Anath ashram in Kolkata

1. अनाथ आश्रम अस्सी, कोलकाता (Anath aashram assi)
Kestopur, Chandiberia South,
near Ankur Club, Newtown,
Kolkata, West Bengal 700102

2. श्री रामकृष्ण आनंदा आश्रम (Shri ramkrishna Aashram)
1, Durga Prasanna Paramhansha Rd,
Naktala, Garia, Kolkata,
West Bengal 700047

3. कल्यान आश्रम (Kalyan Aashram)
F8X9+GMG, Auddy Bagan Basti,
Behala, Kolkata, West Bengal 700034

चेन्नई में अनाथ आश्रम Anath ashram in Chennai

1. साई बाबा गुरूकुलम (Sai baba gurukulam)
2nd St, Mookambikai Nagar,
Police Commissioner Colony, Pozhichalur,
Chennai, Tamil Nadu 600074

2. ओंगारा आश्रम – चेन्नई (Ongara Aashram)
M 14, 1B, East Avenue, Korattur,
Chennai, Tamil Nadu 600080

3. गुड लाइफ सेंटर (Good life center)
7-B, Loganathan St, Near Vidya Theatre a/c RGB Laser,
Tambaram West, Chennai,
Tamil Nadu 600045

एडॉप्शन के लिए कौन लोग हैं पात्र (Who Can Adopt a Child?)

तो अभी हम देख लेते है आखिर भारत में एडॉप्शन के लिए कौन लोग हैं पात्र है तो सब से पहले सब से पहले आपको शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से प्रबल होना चाहिए तब ही आगे की प्रोसेस ये होती है ।

आपको जो बच्चा गोद रहे हो और आपकी उम्र के बीच में कम से कम 25 साल का अंतर होना ही चाहिए अगर नहीं है तो आप गोद नहीं ले सकते हो । ये तो सिर्फ अगर कोई इंसान गोद लेना का विचार कर रहा है उसके लिए लागु होते है ।

अगर आप एक शादी शुदा कपल हो और बच्चे को गोद लेना सोच रहे हो तो उसके लिए भी नियम , कानून ये अलग होते है तो इस ने सब से बड़ा नियम में आपकी शादी को कम से 2 साल होने चाहिए और आप दोनों एक साथ 2 साल से अधिक समय से एक साथ रह रहे हो ।

शादी शुदा कपल ये बचे को गोद लेना का विचार कर रहा है तो दोनी की मजूरी ये सब जरुरी है । पति और पत्नी की उम्र मिलाकर टोटल ये 110 साल से अधिक नही होनी चाहिए यानि की पति की उम्र ये 40 साल है और पत्नी की उम्र ये 35 साल है तो टोटल उम्र मिलाकर ये 75 होती है , जो की 110 से कम है तो आप पात्र होते हो ।

तलाकशुदा या सिंगल व्यक्ति को गोद लेने के नियम

जी हां भारत में ऐसा नहीं है की सिर्फ कपल ही बच्चे को गोद ले सकता है ऐसा नहीं है पर उस में भी सिंगल महिला के लिए नियम थोड़े अलग है और सिंगल मर्द के लिए नियम अलग है ।

तो सीगल महिला अगर सभी नियम को पात्र ठहरती है तो वो लड़का या फिर लड़की को आसानी से गोद ले सकती है ।

वही पर दूसरी तरह अगर आप सीगल मर्द हो और आप बाकी नियम पर पात्र ठहरती हो तो आपको सिर्फ और सिर्फ लड़का ही गोद लेने ही अनुमति है , आप कोई भी लड़की को गोद नहीं सकते हो अगर आप सारे नियम पुरे करते हो तो भी ।

सिंगल पेरेंट की उम्र 55 साल से जयदा नहीं होनी चाहिए ये भी जरुरी है , शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से प्रबल भी होना जरुरी है ।

उसके आलावा भी आप सीगल पैरेंट हो या फिर शादी शुदा हो या आपकी उम्र कितनी है ये भी निर्भर करता है जी हां आपकी उम्र ये कितनी है उसके आधार पर आप किस उम्र के बच्चे को गोद ले हो उस ही तरह ये जो नियम है वो आए दिन ये बदलते भी रहते है इसलिए एक तरह से भारत में गोद लेने की प्रोसेस इतनी हार्ड है और ये होनी भी चाहिए क्यू की गलत हाथ में पढने से तो बच सकते है इसलिए हार्ड कानून ये बनाते है ।

बच्चे को गोद लेने के लिए जरूरी कागजात

तो अभी तक हमने न्यू बोर्न बेबी अनाथ आश्रम , अनाथ आश्रम के बच्चे इस के बारे में बहुत जानकारी देख ली तो अभी हम देख लेते है की आखिर बच्चे को गोद लेने के लिए जरूरी कागजात क्या क्या है तो आप निचे की लिस्ट ये देख लीजिये ।

तो जिस व्यक्ति को बच्चा गोद लेना है उसकी एक एक फोटो ।

बर्थ सर्टिफिकेट की एक कॉपी ।

आधार कार्ड/ वोटर कार्ड/ ड्राइविंग लाइसेंस/ पासपोर्ट/ करंट इलेक्ट्रिसिटी बिल/ टेलिफोन बिल जैसा अड्रेस पूर्फ ।

सैलरी स्लिप/ सरकार द्वारा जारी किया गय आय प्रमाण पत्र/ इनकम टैक्स रिटर्न जिस से आपकी आर्थिक सिथि का अनदाजा लगाया जा सके ।

अगर और शादीशुदा कपल हो तो मैरिज सर्टिफिकेट भी जरुरी है ।

सिंगल पैरेंट हो और बच्चा ये गोद लेने का सोच रहे हो तो डिवोर्स से संबंधित कागजात ।

आप और कपल हो और दोनों में से किसी की भी डेथ हो जाती है तो उसका भी मृत्यु प्रमाण पत्र लगता है ।

चिकित्सा प्रमाण पत्र जिस से साबित हो की आपको कोई सीरियस बिमारी नहीं है और आप बच्चे का पालन कर सकते हो इसलिए जरुरी होता है ।

बच्चे को गोद कैसे ले सकते हैं?

अभी हम आपको बच्चे को गोद कैसे ले सकते हैं? इसकी डिटेल में प्रोसेस आपको बता देते है तो सब से पहले जिस इंसान को बच्चे को गोद में लेना है उसको पात्र होना है उसके लिए क्या क्या जरुरी है ये हमने पहले ही आपको बता दिया है वो आप सही से पढ़ लीजिये । उसके बाद आपको CARINGS यानि की https://www.cara.nic.in/ इस साइट पर डिटेल्स फील कर के आपको रजिस्टर यानि की लोग इन कर लेना होगा । इस साइट पर सिर्फ और सिर्फ भारीतय ही नागरिक ही रजिस्टर कर सकते है ।

उसके बाद आपको वह पर जो जो डॉक्युमेंट्स दिए है वो आपको अचे से उपलोड कर लेने है । ये प्रोसेस करने के बाद स्पेशलाइज्ड एडॉप्शन एजेंसी की मदत से घर की स्टडी की जाएगी जिस को ही होम स्टडी कहते है और एक रिपोर्ट ये त्यार की जाती है और यही रिपोर्ट ये आपकी प्रोफाइल के साथ जोड़ी जाती है ।

इसके अगले चरण में बच्चो की एक प्रोफाइल दिखाए जाती है और उसमे  48 घंटे के अंदर एक बच्चे को आपको रिसर्व करना होगा  । इसके अगले चरण में स्पेशलाइज्ड एडॉप्शन एजेंसी के दवारा पेपर वर्क होता है । उसके बाद आखरी चरण में ये मामला ये कोर्ट में जाता है और इस रिलेटेड कोर्ट ये एक आदेश जारी करता है जिस के बाद करीब आठ दिन के अंदर एजेंसी जन्म प्रमाण पत्र व आदेश की कॉपी अदालत से लेकर बच्चे के दत्तक माता-पिता को सौंप देती है ।

तो ये थी न्यू बोर्न बेबी अनाथ आश्रम , नवजात शिशु को गोद लेना है उसके लिए क्या करना होगा , और इस ही रिलेटेड हमने आपको बाकी की भी जानकारी देने की कोशिश की है तो आपको बता देते है की ये विषय ये बहुत ही बड़ा टॉपिक है उसके कारन इस आर्टिकल में सब कुछ डिटेल में बताया नहीं है ।

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