हेलो दोस्तों आज हम फिर से लेकर आये है एक और हेल्थ से जुडी हुई जानकारी को लेकर और आज के इस आर्टिकल में आपको दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा कोनसी है और इसको आप कैसे रोक सकते हो इस सब की जानकारी के साथ साथ आखिर ये दाने वाली खुजली क्यू होती है , क्या दाने वाली खुजली को रोकने के लिए कुछ घरेलु तरिके है या नहीं और क्या ये दाने वाली खुजली और फुंसी वाली खुजली अलग होती है या नहीं इस सब की जानकारी भी आपको यही पर मिलने वाली है तो अगर आपको भी यही जानकारी खोज रहे हो तो आप ये आर्टिकल को सुरु से अंत तक पढ़ लीजिये ।
तो ये फुंसी वाली खुजली जिस को ही दाने वाली खुजली बोलते है वो कितनी परेशान करने वाला होता है ये कोई बताने की बात नहीं है सिर्फ आम खुजली होती है उस से ही जी मचल जाता है और उसके साथ अगर दाने भी आ जाये तो बहुत बड़ी परेशानी हो जाती है ।
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दाने वाली खुजली क्या होती है (फुंसी वाली खुजली)
तो सब से पहले ये आपको बात देते है की आखिर ये दाने वाली खुजली क्या होती है (फुंसी वाली खुजली) क्या ये गंभीर कोई बीमारी है या नहीं तो इसका जवाब है जी अक्सर ये छोटे बच्चो में देखने को मिल जाती है उसमे शरुवात में तो पुरे शरीर के ऊपर छोटे छोटे दाने लग जाते है और बाद में वही जगहों पर हलकी हलाकि खुजली होने को लग जाती है । और उस जगह पर खुजली करना सुरु करते है तब और जयदा खुजली बढने लग जाती है ।
तो अगर हम थोड़े डिटेल में बात करे तो इसको इंग्लिश में स्केबीज भी बोलते है और यही खुजली को कोई कोई लोग ये पहले सात साल की खुजली इस नाम से भी जानते है और अगर हम और भी थोड़ी सइंतिफ तरिके से बात करे तो ये माइट सरकोप्ट्स स्कैबी इस के कारण होता है और ये दाने वाली खुजली ये आम तोर पर ये उंगलियों के बीच , कलाई के बीच में और कमर के आस पास से ये दाने वाली खुजली शुर होती है जिस के बाद पुरे शरीर में फैलने लग जाती है । अक्सर ये दाने वाली खुजली रात में और भी जयदा संक्रमित करने लग जाती है ।
दाने वाली खुजली के लक्षण – स्केबीज के लक्षण
दाने वाली खुजली / स्केबीज के कारण
तो अभी हम जाना लेते है की सब से जरुरी बात आखिर ये दाने वाली खुजली / स्केबीज के कारण क्या है क्यू की अगर आप पहले से ही जना लो तो आप ऐसे बिमारी को होने से पहले ही बच सकते हो तो हम इस में कुछ आपको बहुत ही जयदा सइंटफिक तरीके से उलज़ही हुई जानकारी नहीं देने वाले है जितना हो सकता है उतना हम आपको सिम्पल तरिके से जानकारी देने की कोशिश कर रहे है ।
फुंसी वाली खुजली गर्मी के कारन ।
तो गर्मी के कारन फुंसी वाली खुजली होना बहुत ही जयदा आम बात है तो छोटे बच्चो में खास कर के गर्मियों के दिनों में अक्सर ये दाने वाली खुजली देखने की मिल जाती है । गर्मियों के दिनों में बच्चो के शरीर के ऊपर ऐसे ही फोड़े देखने को मिल जाते है उसको आम भाषा में ही घमोरिया बोलते है
पसीने के कारण दाने वाली खुजली
अगर आप हमारा आम खुजली क्यू होती है ये आर्टिकल आपने पढ़ लिया होगा तो आपको पता ही होगा पसीने के कारण खुजली होती है तो ये दाने वाली खुजली के लिए भी कारन बन जाता है तो ये गर्मियों में जयदा फिट कपडे पहनने के कारन त्वचा को सही से हवा नहीं लगने के कारन पसीना जयदा हो जाता है तब ये दाने वाली खुजली होने का जयदा चास होता है । पीसने वाले जगह की सही से केयर ना करना वही कपडे लम्बे समय तक पहनकर रखने से भी ऐसी बीमारी हमको देखने को मिलती है ।
संक्रमण
ऐसे बीमारी आमतौर पर एक दूसरे से फैलती रहती है तो अगर आप किसी संक्रमित इंसान के बीच में आ जाते हो या फिर ऐसे इंसान का पर्सनल सामान जैसे की साबुन , कपडे , टॉवेल और ऐसे ही चीजे अगर आप भी इस्तेमाल करते है तो भी आपको ये दाने वाली खुजली होगी ऐसा देखने को मिल जाता है ।
खून साफ न होना
अगर आपके शरीर के अंदर का खून ही अगर साफ नहीं होगा तो दाने वाली खुजली हो या फिर कुछ और बीमारी हो वो होना तो तय ही है तो आपको समय समय पर खून की जांच कर लेनी चाहिए और उसके साथ अगर पुरे बॉडी का चेकउप करवा लेते हो तो कोई गंभीर बीमारी होने से पहले ही बच सकते हो ।
कम पानी पीना।
सब से आम कारन कम पानी पीना भी हो सकता है और ये जयदा कर के ऑफिस में एक जगह पर काम करते है उनको आदत होती है कम पानी पिने के तो आपको तो पता ही होगा हमारे शरीर में करीब 3.7 लीटर पानी होता है । सही मनाये में अगर पानी नहीं मिला हमारे शरीर को तो दाने वाली खुजली के अलाव और भी अलग अलग बीमारिया होने लग जाती है । पेट का ख़राब होना भी एक पानी की कमी के कारन ही होता है ।
तो इसके आलावा भी बहुत से कारन होते है जिस में अगर पानी की ख़राब हो या फिर आप जहा पर रहते हो वो परिसर ही ख़राब हो तो उसका भी बहुत बड़ा हाथ हो सकता है । अगर आपको किसी खाने से ऐलर्जी है और वो आपने सेवन किया तो भी हो सकती है , अगर आपकी स्किन ही ड्राई किस्म की होगी तो खुजली आना आम बात है , किसी दवा का भी साइड एफकेट हो सकता है तो अगर आप कोई नए दवा ले रहे हो तो आप सही से देख लीजिये , अक्सर प्रेगनेंसी में भी ऐसे होना आम बात है ये आपको डॉक्टर बता सकते है ।
अगर हाल में ही मौसम में बदलाव हुआ है तो भी दाने वाली खुजली हो सकती है जैसे की ऊपर हमने कहा था गर्मियों के दिनों में और अगर किसी कीटाणु ने काट लिया होगा तो भी ऐसे खुजली हो सकती है । ये आम कारन है इसके आलावा बहुत सारे ये बीमारी के कारन हो सकते है और उनके हिसाब से ही डॉक्टर आपको दाने वाली खुजली की अंग्रेजी दवा का नाम बात देंगे ।
डॉक्टर को कब दिखाना है
आपकी की मन की शांति के लिए आप अपने डॉक्टर से जल्दी से जल्दी देखा सकते हो और अगर आम कारन होगा तो डरने वाली कोई बात नहीं है और और कुछ और कारन होगा तो सुरुवात में ही इलाज हो जायेगा । इसलिए डॉक्टर से सही से चेक करवा दीजिये उसके बाद ही कोई भी दवा हो या फिर घरेलु नुस्खा हो उसका उपयोग कीजिए । और खुद से कभी भी कोई भी दवा हो या फिर नुस्खा हो उसका इस्तेमाल मत कीजिए उसके कुछ साइड्स इफ़ेक्ट भी हो सकते है इसलिए हमारे वेब साइट हो या फिर इंटरनेट पर जानकारी पढ़ कर कोई भी दवा का सेवन मत कीजिये ।
दाने वाली खुजली का घरेलू उपाय- तिल के तेल
तिल के तेल ऐसे तत्व होते है जो की शरीर के के लिए बहुत ही उपयोगी होते है तो दाने वाली खुजली के लिए आपको सब से पहले तिल का तेल लेना होगा और जहा पर ये समस्या है वह पर लगा कर थोड़ी देर मालिश कर लीजिये तिल के तेल में अलग अलग बैक्टीरिया खत्म करने की शक्ति होती है तो अगर आप दाने वाली खुजली के जगह पर लगते हो तो कुछ ही दिनों में राहत देखने को मिल जाएगी ।
सरसों के तेल
तो सरसों का तेल का भी इस्तेमाल ये तिल के तेल जैसे की करना है जी हां सरसों के तेल को जहा पर ये खुजली और दाने आ रहे है वह पर लगा कर थोड़ी देर हलके माथ से मालिश कर लेनी है और आपको बता देते है की ये सरसों के तेल का इस्तेमाल सिर्फ दाने वाली खुजली के लिए ही नहीं बक्ली स्किन से जुडी लगभग हर रोग के उपचार के लिया किया जाता है
जीरा व सिंदूर और सरसों के तेल का मिश्रण ।
ये तरीका थोड़ा अलग है पर बहुत ही असरदार मना जाता है इसलिए आपको जीरा , सरसों का तेल और सिंदूर के लेना है तो सब से पहले आपको थोड़ा सा सरसों का तेल ले लेना है और उस में थोडा थोड़ा जीरा की पाउडर और सिंदूर मिक्स कर लेना है और उसको गर्म कर लेना है जयदा भी गर्म नहीं करना है और बाद में उसको ठंडा होने के बाद उस ही लेप को जहा पर ये दाने वाली खुजली हो रही है वह पर लगा देनी है बस आपको इतना ही करना है ।
आम के पेड़ की छाल और बबूल के पेड़ की छाल
आम के पेड़ की छाल और बबूल के पेड़ की छाल एक मात्रा में पानी में उबाल ले और इतना उबाल ले लीजिये जब तक बाफ ना निकलने लग जाये तो आपको उस पानी को गैस से उतार लेना है और उस बाफ को जहा पर खुजली को रही है वह पर देने की कोशिश कर देनी है ये शरीर के हर हिस्से में बाफ देना मुमकिन नहीं होता है इसलिए ये सभी के लिए असरदार नहीं है ।
एलोवेरा
एलोवेरा ये बहुत ही असरदार पौधा है स्किन की बहुत सी बीमारी ये एलोवेरा से सही हो जाती है और ये खुजली के प्रकार का भी इलाज करने में शक्षम है अगर आपको फेश एलोवेरा मिल जाता है तो उसको धो कर उसके अंदर का जो पल्प जैसा रस होता है वो आप उस शरीर के हिस्से में लगा देते हो तो कुछ ही समय में राहत मिलने लग जाएगी । अगर आपको फ्रेश एलोवेरा नहीं मिलता है तो आप बाजार से अचे ब्रांड का एलोवेरा का रस ला कर अप्लाई कर सकते हो ।
दाने वाली खुजली की दवा का नाम लिस्ट
तो ये है कुछ ख़ास गोलिया के नाम और एक बार फिर से बता देते है की निचे जो भी दवा है वो आपको डॉक्टर की सलाह पर ही लेनी होगी ये आपका संक्रमण कितना बड़ा है उसके ऊपर सारा गोलिया का दोस कितना लेना है वो निर्भर होता है इसलिए डॉक्टर की सलाह पर ही सेवन कीजिये ।
दाने वाली खुजली की दवा का नाम लिस्ट | |
यूराक्स | Eurax |
लिंडेन | Lindane |
पेर्मेथ्रिन | Permethrin |
निक्स क्रीम रिंस | Nix Cream Rinse |
एलिमाइट | Elimite |
इवेर्मेक्टिन | Ivermectin |
क्रोटामाइटन | Crotamiton |
क्रोटन | Crotan |
एकटीसिन | Acticin |
लाइस बेडिंग स्प्रे | Lice Bedding Spray |
तो ये थी कुछ 24 घंटे में खुजली से छुटकारा पाने के कुछ घरेलु तरिके और इसके साथ ही हमने दाने वाली खुजली क्या होती है क्यू होती है इस से कैसे बच सकते है और आखिरकार आपको डॉक्टर के पास कब जाना होगा इन सब की थोड़ी जानकारी देने का प्रयास किया है इस आर्टिकल का उद्देश्य मेडिकल सलाह देना नहीं है आपको सिर्फ अधिक जानकारी देना ही है । इस जानकारी की सहारा लेकर कोई भी दवा या फिर घरेलु इलाज करने की कोशिश मत कीजिये किसी डॉक्टर की सलाह पर ही ऐसे दवा का सेवन कीजिये ।