हेलो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे इस नए ब्लॉग में तो आज हम फिर से लेकर आए है एक और हेल्थ से जुडी हुई जानकारी को लेकर तो आज आपको गर्भपात के बाद गर्भ की सफाई कैसे की जाती है इसकी तो प्रमुख रूप से जानकारी मिलने वाली ही है उसके साथ ही आपको गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है , गर्भपात के बाद लक्षण इस सब की जानकारी के आलावा आपको गर्भपात के बाद घरेलू उपचार इसकी भी डिटेल में जानकारी देने की कोशिश करने वाले है तो आप ये आर्टिकल शुरू से अंत तक पढ़ लीजिये ।
Table of Contents
गर्भपात के प्रकार | गर्भपात के बाद गर्भ की सफाई
आपको इस पार्ट में गर्भपात के बाद गर्भ की सफाई कैसे होती है इसकी जानकारी तो देख लेते है पर इस से पहले आखिर गर्भपात के प्रकार क्या क्या है इसकी जानकारी देख लेते है ।
ये आपको सच नहीं लगेगा पर महिला की बॉडी खुद से ही कुछ कुछ कंडीशन में गर्भपात होने की वजह बन जाती है आसान शब्दों में महिला के बॉडी में हार्मोनल बदलाव ये होते रहते है उस की वजह से आपने भी सुना होगा गर्भ धारण करने के कुछ ही दिनों के बाद अपने आप ही खुद गर्भ गिर जाता है उसको कुछ लोग ये मिसकैरेज कहते है ये नेचरल प्रोसेस है उसको सही दवा , सही ट्रीटमेंट के साथ सही किया जा सकता है ।
अभी जो गर्भपात का दूसरा तरीका होता है वो जब कोई भी महिला अपनी मर्जी से गर्भ को गिराने का तय करती है और जब सर्जिकल तरीके से गर्भपात या बजार में जो दवा आते है उसका इस्तेमाल कर के उस ही तरह कुछ कुछ तरीके के देशी नुस्के होते है उसको अपना लेने के कारण गर्भपात हो जाता है ।
गर्भपात करने के तरीके
घरेलू नुस्के
ये घरेलु नुस्के की बात करे तो ये गांव के हीस्सो में जयदा देखने को मिलते है उस ही तरह जिस के पास कोई रास्ता नहीं होता है वही लोग इसको जयदा फोल्व करते है तो मेथी खाने से गर्भपात होता है , हल्दी , अनार , तुलसी और ऐसे ही अलग अलग तरिके के बारो में आपको आज भी इंटरनेट से लेकर बड़े बुजुर्ग के मुँह से आपको सुनने मिल जायेगा ।
अभी तक के जो भी घरेलू गर्भपात करने के तरीके है वो कोई भी पूरी तरह से गारंटी नहीं देता है और ये इतने सेफ भी नहीं है इसलिए इन देशी तरीको से दूर ही रहना चाहिए ।
दवा , गर्भपात की किट से
आज कल गर्भपात करने के लिए डॉक्टर के ही पास जाकर मेडिकल एबॉर्शन करना यही रास्ता नहीं है पर इसके आलावा अनवांटेड किट जैसी गर्भपात करने की जो दवा होती है उस से भी बहुत ही आसानी से हो जाता है । पर कीट की भी एक नेगेटिव बात ये है की ये सिर्फ शुरुवात के कुछ चंग हफ्तों की प्रेगनेंसी होती है उस पर ही काम करता है ।
ये किट आपको आसानी से मेडिकल स्टोर पर डॉक्टर का पर्चा दिखाने के बाद आसानी से मिल भी जाएगी , इसकी प्राइस भी बहुत ही आम है पर इन किट का साइड एफकेट भी इस ही तरह जयदा है , डॉक्टर की सलाह के बिना इन दवा का सेवन करना ये आपके लिए खतरनाक भी हो सकता है ।
ऑपरेशन या सरर्जी के द्रारा अबॉर्शन
ऊपर के पार्ट में आपने मेडिकल एबॉर्शन के बारे में तो सुना ही होगा इसकी ही थोड़ी शार्ट में जानकारी देख लेते है तो इस प्रोसेस में भी प्रमुख रूप से वैक्यूम एस्पिरेशन (सक्शन गर्भपात) और डाइलेशन एण्ड क्युरेटिज विधि – Dilation And Curettage In हिंदी ऐसे टाइप होते है ।
वैक्यूम एस्पिरेशन | गर्भपात के बाद गर्भाशय की सफाई
तो चालिया भी हम वैक्यूम एस्पिरेशन इसके बारे में जानकारी देख लेते है तो इसके नाम से ही आपको पता लगा गया होगा की क्या होगा तो इस प्रोसेस में वजाइना ने अंदर ट्यूब को गर्भाशय की ग्रीवा से गुजरता है और इस मशीन को एक ख़ास तरिके के वैक्यून मशीन में डॉक्टर ये कँनेट करते है जिस से गर्भ को ये मशीन खींच लेता है और एक और बात यही सेम प्रोसेस ये डॉक्टर बिना मशीन की मदत लिए भी कर सकते है उसको मैन्युल वैक्यूम एस्पिरेशन कहते हैं पर जो मूल पोसेस होती है वो वही होती है ।
वैक्यूम एस्पिरेशन का तरीका ये सिर्फ प्रेग्नेंसी 3 महीने का ही गर्भ गिराने में मदत करता है ये प्रोसेस बाकी तरीको से सेफ होती है इसलिए ये गर्भपात करने का एक सुराक्षित तरीका माना जाता है ।
डाइलेशन एण्ड क्युरेटिज विधि | गर्भपात के बाद गर्भाशय की सफाई कैसे होती है
अबॉर्शन का ये जो तरीका है वो थोड़ा बहुत जटिल होता है , इस प्रोसेस में डॉक्टर सर्विक्स को थोड़ा सा चौड़ा किया जाता है और गर्भाशय की अंदर से साफई की जाती है इस प्रोसेस का उपयोग ये जब अधूरा , फेल गर्भपात होता है उसके बाद गर्भाशय की सफाई कारन बेहद जरुरी होता है इसलिए वैक्यूम एस्पिरेशन की प्रोसेस की जाती है ।
वैसे तो ये प्रोसेस 15 – 20 मिनट में पूरी होती है पर ये प्रोसेस होने के बाद कुछ वक्त तक आपको मेडिकल निगरानी में रख सकते है ।
गर्भपात से पहले की तैयारीयां
गर्भपात के बाद गर्भाशय की सफाई करने से पहले आपको गर्भपात से पहले क्या क्या जरुरी तैयारी ये करनी होती है उसकी जानकारी होना बहुत जरुरी है तो हम तो जानकारी दे ही रहे है पर आपको डॉक्टर की ही राय ये लेनी होगी ।
तो सब से पहले आपको सही टेस्ट करवा लेनी है उसकी जानकारी आपको अपने डॉक्टर दे ही देंगे वो सही आने के बाद एनेस्थीसिया की उचित टेस्ट कीजिये उस ही तरह नॉर्मली सर्जरी से पहले खाली पेट रहने की सलाह होती है और ऐसे ही अगर आपको अपनी मेडिकल हिस्री , कोई चालु दवा चल रही है उसकी जानकारी और अगर कोई और आपके मन में सवाल है वो आप क्लीयर कर लीजिये ।
गर्भपात के बाद गर्भाशय की सफाई | garhpat ke baad garbhashay ki safai
गर्भपात ये सही से नहीं होने के कारन आपको आगे चल कर बहुत सीरियस प्रॉब्लम हो सकती है इसलिए असफल गर्भपात होने के बाद गर्भाश्य में जो टिश्यू होते है उसको साफ़ करना बेहद जरुरी होता है इस प्रोसेस के लिए Dilation and Curettage जैसी प्रोसेस का डॉक्टर ये इस्तेमाल करते है ।
तो सब से पहले पेशंट को ये प्रोसेस के लिए पूरी तरह से त्यार किया जाता है और आगे जो प्रोसेस होगी उसकी शार्ट में जानकारी दे सकते है और आपको एक कंफर्टेबल फील कर सकते है ।
तो दूसरी स्टेज में पेशंट को टेबल पर लेटाया दिया जाता है जो स्पेसफिक टेबल होता है जिस से आगे की जांच करने के लिए आसानी हो । उसके बाद कुछ कंडीशन में आपको मिसोप्रोस्टोल जैसी दवा से सकते है जिस के कारन गर्भाश्य ग्रीवा ये सॉफ्ट होने में मदत मिल जाती है जिस की वजह से वजाइना में जो स्पेकुलम नामक यंत्र होता है उस को योनि के अंदर डालकर जगह बनाइए जाती है ।
एक बार गर्भाश्य ग्रीवा अछि तरह से फैलने के बाद सक्सन डिवाइस ये योनि के अंदर ये डाला जाता है और जिस से ही गर्भाशय की सफाई ये होना शुरू होता है ।
गर्भाशय की सफाई के बाद की देखभाल | गर्भपात के बाद घरेलू उपचार
गर्भाशय की सफाई करने के बाद कुछ हक तक ये थोड़ी बहुत साइड एफ्फेट ये फील हो सकते है इसलिए आपको कुछ कुछ बातो का ध्यान ये जरूर रखना होगा वो हम आपको एक एक पॉइंट कर के बता दे रहे है वो आप पढ़ लीजिये ।
गर्भाशय की सफाई करने के कुछ दिन या शुरू के कुछ हफ्तों में आपको थोड़ी बहुत कमजोरी या फिर ऐठन या धकान ये फील हो सकती है इसलिए आपको ऐसे समय में जरुरी आराम लेना है ।
ये प्रोसेस होने के बाद टैम्पॉन का इस्तेमाल ये बिलकुल ही नहीं करना चाहिए क्यू की जिस से संक्रमण , इंफेक्शन हो सकता है इसलिए इस बात का जरुरी ध्यान रखिये । आपको थोड़ा सा अजीब फील ये हो सकता है इसलिए डॉक्टर की सलाह के अनुसार थोड़ी बहुत एक्टविटी करते रहिये ।
गर्भाशय की सफाई होने के करीब पहले कुछ दिनों तक आपको कुछ चीजों का ये जरुरी ध्यान रखना है जिस में आपको शारीरिक संबंध नहीं बनना चाहिए उस ही तरह नहाना भी नहीं है , और जयदा भारी सामान भी नहीं उठाना है ।
जल्दी रिकवरी होने के लिए आपको डॉक्टर ने जो खाने के लिए कहा है वही सेवन कीजिये उस ही तरह जो नहीं बोला है वो मत कीजिये उस ही तरह आप जितना चिंता, तनाव और स्ट्रेस से दूर रहोगे उतना ही आपके लिए अच्छा साबित होगा इसलिए इस बात पर भी फोकस कीजिये ।
गर्भाशय की सफाई क्यों की जाती है
तो अभी आपको बता देते है गर्भाशय की सफाई क्यों की जाती है तो बहुत लोगो को गर्भपात करने के लिए ही इस प्रोसेस का ये इस्तेमाल किया जाता है पर ऐसा नहीं है मिसकैरेज के बाद गर्भ की सफाई करने के लिए तो इस्तेमाल तो किया ही जाता है उस ही तरह कैंसर के कारन जो ट्यूमर पैदा हो जाते है उसको भी हटाने के लिए यही प्रोसेस का इस्तेमाल ये किया जाता है ।
ब्लीडिंग का रीजन ये जानने के लिए , प्राइवेट पार्ट को किसी तरह के संक्रमण से बचाने के लिए इस प्रोसेस का इस्तेमाल ये डॉक्टर ये करते है ।
गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है
अभी बहुत से महिलाओ का ये सवाल आता है की आखिर गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है तो इसका सवाल है अबॉर्शन ये सही से होने के बाद लगभग 4 से 8 वीक यानि की हफ्ते ये लग सकते है अगला पीरियड ये आने के लिए , फिर भी सटीक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से बात कर लीजिए वही सही होगा ।
गर्भपात के बाद कमजोरी दूर करने के उपाय |गर्भपात के बाद घरेलू उपचार
गर्भपात होने ये सिर्फ फिसिकल ही आधात नहीं होता है बलकि कुछ हक़ तक मानसिक आघात भी होता है इसलिए शारीरिक , मानसिक कमजोरी होना तो आम सी बात है इसलिए समय पर इसका भी उचित इलाज करना जरुरी हो जाता है ।
प्रेग्नेंसी में और गर्भपात के बाद भी प्रमुख रूप से महिला की बॉडी में बड़ी मात्रा में कैल्शियम की कमी ये हो जाती है उसके लिए दूध, सी फूड, हरी सब्जिया का सेवन करना हेल्थ के लिए सही माना जाता है इसके साथ अगर आप सूखे मेवे काजू , बादाम , अखरोड का सेवन करते हो तो जल्दी रिकवरी होने में मदत मिल जाती है ।
गर्भपात के समय बाद मात्रा में खून का बहाव ये हो जाता है जिस और ये कुछ कंडीशन में 7 से 8 दिन तक भी चल सकती है और उस में अगर हेवी ब्लीडिंग हुई तो आइरन की कमी होना ये आम सी होती है तो उसके वजह से कुछ अजीब सा ही फील होने लग जाता ही तो ऐसे कंडीशन में आपको डॉक्टर की राय लेकर ही सही खुराक ये लेनी होगी ।
जैसी आर्टिकल के एक पार्ट में कहा था की आपको कुछ चीजों से परहजे भी करना होगा तो इस में खास कर के फाइबर हो गया , स्टार्च हो गया इस चीजों से आपको दूर रहना चाहिए क्यू की इस से बॉडी में शुगर का लेवल बहुत जयदा फ्लुक्टुअट करता है जो की बॉडी के लिए सही नहीं होता है । इस ही पार्ट के शुरू में ये भी कहा था की ये एक तरह का मानसिक आघात भी होता है और आपको भी पता है इसलिए जरूरी पड़ने पर आप किसी स्पेसल डॉक्टर की सलहा भी ले सकते हो ।
एबॉर्शन के बाद प्रेगनेंसी । गर्भपात के बाद गर्भवती
तो गर्भपात के बाद दोबारा गर्भवती कब हो सकते ये सवाल दमाग में आता ही है तो ऐसे तो कॉमनली 10 से 15 दिन के बाद कोई महिला ये गर्भवती हो सकती है पर इतनी जल्दी महिला की बॉडी ये इतनी फिट नहीं होती है इसलिए गर्भवती होने के लिए कम से कम 3 महीने रुकने की सलाह ये डॉक्टर देते है ।
तो ये थी गर्भपात के बाद गर्भ की सफाई इसके बारे में जानकारी और इस आर्टिकल में आपको गर्भपात के कितने दिन बाद पीरियड आता है , गर्भपात के बाद घरेलू उपचार क्या क्या करना चाहिए इस सब की जानकारी देने की कोशिश की है तो आपको बता देते है की इस आर्टिकल में आपको जो भी जानकारी मिली है वो सिर्फ और सिर्फ आपकी कॉमन जानकारी के लिए ये आर्टिकल लिखा है इसलिए आप ये आर्टिकल को पढ़ कर या फिर इंटरनेट का कोई और आर्टिकल या फिर वीडियो देख कर खुद से कोई भी दवा , नुस्के , उपाय या फिर जानकारी का प्रयोग मत कीजिए सब से पहले किसी डॉक्टर की सलहा ले लीजिए फिर ही कुछ कीजिये ।