सांस फूलने की दवा पतंजलि | सांस फूलने का कारण | सांस फूलने का रामबाण इलाज

हेलो दोस्तों आप सभी का सवागत है हूयमर इस नए ब्लॉग में तो आज हम फिर से लेकर आये है एक और अनोखी जानकारी कप लेकर तो आज के इस आर्टिकल में आपको सांस फूलने की दवा पतंजलि कोनसी है , सांस फूलने का रामबाण इलाज क्या क्या है इसके आलावा आपको इस ही आर्टिकल में आपको आयुर्वेदिक सांस की दवा है या नहीं अगर है तो इस दवा का किस तरह से सेवन किया जाता है इस सब के आलावा क्या सांस फूलने का योग सच में काम करती है या नहीं इस सब की जानकारी के साथ साथ डिटेल में सारे सवाल के जवाब आपको यहाँ पर मिलने वाले है तो आप ये आर्टिकल शुरू से अंत तक सही से पढ़ लीजिये ।

आज के इस समय में सांस फूलना ये बहुत ही आम बात हो गए है ये प्रॉब्लम ये छोटे बच्चो से लेकर नौजवानों में और बुजुर्गों में भी बड़ी मायनो में देखने को मिलती है । अगर सही से सही बात करे तो सांस फूलने के बीमारी ये कोई बहुत सीरियस बीमारी नहीं होती है पर अगर इसके पीछे का सही से कारन पता करना ये बहुत ही जरुरी होता है । आप अगर नोरमल सास लेते समय एक समय ऐसा आ जाता है जब आप तेजी से सास लेने लग जाते हो तो ऐसी कंडीशन को आम शब्दों में हाइपरवेंटिलेशन कहते है ।

कभी कभी कुछ कुछ लोगो को हलका सा छोटा सा काम करने के बाद भी गभीर रूप से सास लेने में प्रॉब्लम आ जाती है तो अगर सिंपल वर्ड में बात करे तो उस समय बॉडी ये अधिक आक्सीजन की मांग करता है तो उस समय एक अजीब सी घबराहट भी पैदा हो जाती है जिस के कारन कंडीशन ये और भी जयदा खराब हो जाती है । ये कंडीशन ये कुछ हद तक थोड़ी सीरियस भी हो सकती है इसलिए सही समय पर इलाज होना जरुरी है ।

सांस फूलने के कारण | सांस फूलने की दवा पतंजलि

सांस फूलने की दवा पतंजलि , सांस फूलने का रामबाण इलाज की जानकारी देखने से पहले सांस फूलने का कारण की जानकारी देखना बहुत ही जरुरी है तो सब से पहले उसकी ही जानकारी देख लेते है तो बॉडी को सही से ऑक्सीजन नहीं मिलता है उसके पीछे बहुत से कारन होते है जिस में आज के समय में अगर कुछ ही समय पहले कोरोना हुआ तो ये सब कॉमन कारण हो सकता है सांस फूलने का । कोरोना संक्रमण में फेफड़ों को डायरेक्ट संक्रमित कर देता है जिस के कारन ये प्रॉब्लम हो सकती है ।

इसके आलावा हम अगर सांस फूलने का कारण की बात करे तो उसकी आप लिस्ट निचे देख लीजिये ।

1 अस्थमा
2 कोरोना संक्रमण
3 धुम्रपान
4 मोटापा ,घबराहट की समस्या
5 पसलियों की परेशानी
6 जुकाम , खांसी
7 स्वसन नली में सुजन
8 एलर्जी

सांस फूलने के लक्षण | आयुर्वेदिक सांस की दवा

अभी हम आपको सांस फूलने के लक्षण की जानकारी डिटेल में देख लेते है तो जैसा हमने पहले बताया है अगर कुछ भी काम किये बिना आपको सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही है ,सांस फूलने जैसा लग रहा है उस ही तरह छोटा सा काम करने के बाद आपको ये प्रॉब्लम आ रही है , कुछ 5 – 7 सीढियाँ चढ़ने के बाद जोर से सांस लेने लग जाते हो ।

इसके साथ ही छोटी सी बीमारी जैसे की खासी , जुकाम होने के बाद सांस लेने में परेशानी होना , अस्थमा बिमारी से भी लोग गुजर रहे है उस कंडीशन में भी सांस लेने में प्रॉब्लम हो सकती है ।

सांस फूलने के लिए पतंजलि की दवा।

तो चलिए अभी हम सब से जरुरी सांस फूलने की दवा पतंजलि की डिटेल में जानकारी देख लेते है तो पतंजलि ये ब्रांड अपने आयुर्वेदिक दवा के लिए जाने जाते है तो इस दवा में कोई खतरनाक तत्व होने का चास ही नहीं होता है पूरी तरह से नेचरल तत्व से त्यार किया हुआ होता है ।

दिव्य श्वासारी प्रवाही सिरप है पतंजलि में सांस फूलने की दवा

पतंजलि सितोपलादि चूर्ण है सांस फूलने में उपयोगी

वासावलेह है सांस रोग की उत्तम दवा

पतंजलि स्वशारी वटी

पतंजलि ब्रोकोम टैबलेट

पतंजलि दिव्य लक्ष्मीविलासरस

ये कुछ सांस फूलने की दवा पतंजलि के लिस्ट है उसकी डिटेल में जानकारी आपको आगे देने वाले तो आप ये आर्टिकल सही से पढ़ लीजिये

1.पतंजलि स्वशारी वटी। सांस फूलने की दवा पतंजलि

पतंजलि की तरफ से आने वाली पतंजलि स्वशारी वटी ये सब बेस्ट मानी जाती है इस दवा का उपयोग ये अलग अलग रोगो के इलाज करने के लिए इसका उपयोग ये प्रमुख रूप से किया जाता है । ये दवा मार्किट में पतंजलि कोरोनिल वटी के साथ ही मिलती है और इस दवा का उपयोग ये रेस्प्रेटरी सिस्टम यानि की स्वश्न प्रणाली के इलाज के लिए भी इसका उपयपग ये किया जाता है ।

अभी बात रही इस दवा में किस तत्व का इस्तेमाल ये किया गया है तो मुलेठी,सोंठ, काली मिर्च, प्रवाल पिष्टी, गोदन्ती भस्म, टंकण भस्म,पीपली जैसे नेचरल तत्व का इस्तेमाल कर के इस दवा को त्यार किया है । इस दवा का इस्तेमाल ये अस्थमा, सर्दी , खुकाम, खासी जैसी बीजमारी के साथ साथ सास फूलने की समस्या के इलाज में भी उपयोग ये किया जाता है ।

तो चलिए अभी सांस फूलने की दवा पतंजलि की खुराक की बात करते है तो इस दवा की कारोब 2 2 गोलिया ये सुबह शाम कुछ भी खाये बिना आधे घंटे पहले हलके गर्म पानी के साथ सेवन करनी हैं ।

बात रही इस सांस फूलने की दवा पतंजलि की कीमत की तो ये आपको करीब 100 से 300 रूपये के आस पास बहुत ही आसानी से मिल जायेगा ।

पतंजलि ब्रोकोम टैबलेट | आयुर्वेदिक सांस की दवा

ये जो पतंजलि ब्रोकोम टैबलेट है वो पतंजलि की तरफ से नए दवा में से एक दवा है जो की सास लेने के रिलेटेड बिमारी का इलाज करने के लिए ओस दवा का खास कर के तैयार किया है । इस दवा के तत्व की बात करे तो इस सांस फूलने का रामबाण इलाज की दवा में तुलसी, लॉन्ग,सोंठ, दालचीनी,मुलेठी , गोदन्ती भस्म, अभ्रक भस्म जैसी अलग अलग तत्व को मिलाकर ये दवा त्यार की है ।

इस दवा का सेवन किस तरह से किया जाता है उसकी बात करे तो दो दो गोलियां सुबह शाम भोजन के बाद सेवन करनी होती है । इस दवा का इस्तेमाल ये सर्दी,खासी,जुकाम, इन्फेक्शन, अस्थमा,सास फूलने जैसी बिमारी का इलाज करने के लिए इसका उपयोग ये किया जाता है । इस दवा की कीमत की बात करे तो ये करीब 250 के आस पास आपको 35 मिली की दवा मिल जाएगी ।

स्वशारी प्रवाही सांस फूलने की सिरप

अगर आप आयुर्वेदिक सांस की दवा खोज रहे हो जो की गोली के रूप में ना होकर ये सिरप के रूप में है जो की वंग,तेज पत्र, सीतोपलादी ,सोंठ, काली मिर्च और ऐसे ही औषधियां को मिलाकर ये दवा त्यार की जाती है तो उसके कारन साइड एफ्फेट होने का खतरा ये कम हो जाता है । इस दवा का इस्तेमाल ये सर्दी, खासी, जुखाम के साथ साथ बैक्टेरिया के कारन जो संक्रमण होता है उसको भी दूर करने के लिए और अस्थमा और सास लेने की बिमारी का इलाज करने के लिए इसका उपयोग ये किया जाता है ।

हर एक दवा सेवन करने से पहले आपको कुछ बातो का ध्यान रखना होगा तो इस दवा का सेवन ये जो लोग डायबिटीज से गुजर रहे है उनको इस दवा का सेवन ये नहीं करना है । अभी बात रही इसकी खुराक की तो दो दो चम्मच स्वशारी प्रवाही सुबह शाम भोजन के बाद सेवन करने की सलाह ये दी जाती है ।

पतंजलि सितोपलादि चूर्ण है सांस फूलने में उपयोगी

इस दवा का उपयोग ये खास कर के फेफड़ों में जमे कफ एवं जुकाम के कारण ये सांस फूलने की प्रॉब्लम हो रही है तो इस कंडीशन में सितोपलादि चूर्ण का उपयोग ये प्रमुख रूप से किया जाता है । ये आयुर्वेदिक दवा होने के कारन इस को कोई भी सेवन कर सकता है और इसके साइड इफ़ेक्ट भी नहीं देखने को मिलते है । इस दवा का सेवन ये जुकाम , अस्थमा , कफ के कारण जो सांस फूलने की प्रॉब्लम होती है उसके इलाज में इसका सेवन ये किया जाता है ।

बात रही इस के तत्व की तो इस में कालीमिर्च, वंशलोचन, इलायची एवं पिप्पली, मिश्री जैसे अलग अलग प्राकृतिक जड़ी – बूटियों का इस्तेमाल कर के ये दवा तैयार की जाती है ।

वासावलेह है सांस रोग की उत्तम दवा | Vasavaleha

सब से पहले आपको ये बात क्लेयर कर देते है की ये जो वासावलेह है सांस रोग की उत्तम दवा है वो पतंजलि के दवारा तो निर्मित नहीं की जाती है पर इस दवा का निर्माण ये अवलेह फॉर्म इस कम्पनी के दवारा किया जाता है । ये वासावलेह दवा भी सांस फूलने की दवा पतंजलि की दवा जैसे ही काम करती है । इस दवा में प्रमुख रूप से अडूसा जड़ी बूटी ये पाए जाती है जो की सांस फूलने की बिमारी के लिए रामबाम इलाज जैसे काम करती है ।

इस दवा का उपयोग ये दमा के इलाज में भी किया जाता है उस ही तरह कफ , जुकाम जैसी बिमारी में भी , जो लोग टीबी से गुजर रहे है , ब्रोंकाईटिस  , ज्वर रोग में ,सीने के दर्द में उसका प्रमुख रूप से डॉक्टर की सलाह के बाद सेवन किया जाता है ।

Asthma के मरीजों को क्या खाना चाहिए 

तो चलिए अभी हम आपको बहुत ही शार्ट में सांस फूलने पर क्या खाना चाहिए इसकी जानकारी देने वाले है तो आप ये ध्यान से पढ़ लीजिये तो अगर आप अलसी के बीज , पालक , लहसुन , अदरक , केला , ऐवकाडो का सेवन करते हो तो आपको पॉजिटिव रिजल्ट ये आपको देखने को मिल जाता है पर ध्यान से आपको डॉक्टर की सलाह के बाद ही आपको सेवन करना है अपनी मर्जी से सेवन नहीं करना है ।

 

तो ये थी सांस फूलने की दवा पतंजलि से इलाज कैसे किया जाता है , उस ही तरह से हमने आपको सांस फूलने का रामबाण इलाज संभव है या नहीं और इसके आलावा हमने आपको इस ही टॉपिक के रिलेटेड लगभग सारी जानकारी देने की कोशिश की तो आपको बता देते है की इस आर्टिकल में आपको जो भी जानकारी मिल रही है वो सिर्फ और सिर्फ आपकी एक्स्ट्रा जानकारी के लिए ये आर्टिकल लिखा है तो आप ये आर्टिकल को पढ़ कर या फिर इंटरनेट का कोई और वीडियो या फिर कोई और आर्टिकल को पढ़ कर आप खुद से इन दवा का या फिर कोई और नुस्के का अपनी मर्जी से सेवन मत कीजिये सही डॉक्टर की सलहा लेने के बाद ही सेवन कीजिये ।

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