हेलो रीडर्स आप सभी का स्वागत है हमारे इस नए ब्लॉग में तो आज हम फिर से लेकर आये है एक और अनोखी जानकारी को लेकर तो आज के इस आर्टिकल में आपको पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण क्या क्या है इस सब की जानकारी आपको यहाँ पर मिलने वाली है । आखिर 15 दिन में पीरियड आने का क्या कारण है वैसे ही 25 दिन में पीरियड आने का क्या कारण है इस सब की जानकारी के साथ साथ आपको इस ही रिलेटेड बाकी की सब जानकारी आपको यहाँ पर बहुत ही डिटेल में मिलने वाली है तो आप ये आर्टिकल सही से शुरू से अंत तक पढ़ लीजिये ।
आप का जो विषय है वो तो आपने पढ़ ही लिया है तो आपको भी पता ही है की महिला का शरीर कितना जटिल होता है पर उतना ही मासिक धर्म भी उतना ही जटिल प्रोसेस है । अगर एक साधारण जानकारी के लिए आपको कहे तो एक नॉर्मल हेल्थी महिला के पीरियड्स ये करीब 3 से 4 दिन के होते है उस से जयदा कुछ कुछ महिलाओ में 7 दिन से जयदा समय से भी चलता है उसको लंबे पीरियड्स के नाम से जाना जाता है । अगर यही पीरियड एक हफ्ते से जयदा चल रहे है और वो पीरियड ये हेवी भी हो रहे है उस कंडीशन को मेनोरहागिया डॉक्टरी भाषा में कहते है । ये जो मेनोरहागिया है वो करीब 5 % महिलाओ में ही देखने को मिलता है ।
पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण तो बहुत अलग अलग हो सकते है तो आगे आपको भी ऐसा ही हो रहा है तो तुरंत ही अपने ही डॉक्टर की सलहा ले लीजिये , वैसे तो हम आपको कुछ कारण भी बताने ही वाले है तो सब से पहले डॉक्टर की सही राय ले लीजिये । अगर पीरियड ये ज्यादा दिन तक आते रहते है तो आयरन की कमी भी हो जाती है , अनीमिया का भी खतरा हो सकता है उसके लिए सही समय पर इलाज होना जरुरी है ।
Table of Contents
पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण
अभी हम आपको एक एक कर के पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण की जानकारी देने वाले है तो आप वो सही से पढ़ लीजिये । तो एक बार फिर से बता देते है की ये सिर्फ कुछ कारन है उसके आलावा भी कारन हो सकते है तो यही कारन हो सकते है तो ऐसा नहीं है और डरने की बात नहीं है ।
हार्मोन में बदलाव और ओवुलेशन
हार्मोन हमारे शरीर में बहुत बड़ा तत्व होता है । बॉडी में जो अधिकतर बिमारी होती है वो हार्मोन्स की कमी , असुंतलाता के कारन होती है । उस में ही अगर हार्मोन्स के लेवल में कुछ चैंजेस आती है तो उस कंडीशन में पीरियड्स ये बाकी दिनों से थोड़ा अधिक समय तक चल सकता है । ये हार्मोन्स के लेवल में बदलाव ये अलग अलग वजह से हो सकते है कुछ स्वास्थ्य सम्बन्धित बिमारी के कारन भी ये बदलाव हो सकते है । ऐसी सिथि ये थायरॉयड की वजह से भी हो सकती है या फिर ओवुलेशन के से में भी बदलाव आने के वजह से भी ये हो सकता है ।
दवा के इफेक्ट
जी हां दवा के कुछ इफ़ेक्ट के कारन भी पीरियड ये ज्यादा दिन तक चल सकते है है उस में भी खास कर के कंट्रेसेप्टिव या एस्पिरिन का भी सेवन करने के बाद ये प्रबल जयदा देखने को मिलती है । उस ही तरह अगर आप एंटी इन्फ्लेमेटरी का भी सेवन करते हो तो भी ये प्रॉब्लम हो सकती है तो अगर आप कोई भी दवा ले रहे हो उसको देख लीजिये ।
प्रेगनेंसी
वैसे तो प्रेगनेंसी में पीरियड नहीं होते है ये तो जाहिर सी बात है पर कुछ कंडीशन में प्रेगनेंसी के दोरान भी ब्लीडिंग हो सकती है तो वो ब्लीडिंग एक तो मिसकैरिज की निशानी हो सकती है या फिर असुरक्षित प्रेग्नेंसी भी हो सकती है । अगर आप भी प्रेगनेंट हो और आपको भी यही अनुभव हो रहा है तो जल्द से जल्द अपने डॉक्टर की सलहा ले लीजिये ।
कैंसर
पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण में से एक और कारन सर्विक्स की कैंसर या फिर यूटरस का कैंसर भी हो सकता है । इसमें भी डरने वाली बात नहीं है पर इसका भी संभव है । तो इस सिथि में पीरियड ये बहुत दिन तक बने रहते है । तो एक बार फिर से आपको बता देते है की समय पर सभी बीमारी का इलाज ये पॉसिबल है तो आप आपने डॉक्टर की सलाह ले लीजिये ।
ब्लीडिंग कंडीशन
बॉडी में किसी तरह की प्रॉब्लम है या फिर कुछ ऐसी कंडीशन है जिस के वजह से बॉडी ये सही तरह से खून को सही से होल्ड नहीं कर रही है तो पीरियड के दौरान जयदा ब्लीडिंग हो सकती है तो ये भी एक कारन हो सकता है ।
थायरॉयड स्थिति
थायरॉयड की सिथि में बॉडी में अलग अलग बदलाव तो होते ही है जैसे की सोने में परेशानी , वजन कम होना , तनाव महसूस होना , उसके साथ ही कुछ कंडीशन में थायराइड के कारन मासिक धर्म में भी अनियमित आ जाती है तो इस के कारण जो पीरियड में चेंजेस आते है उसको हाइपो थायरॉयडिज्म इस नाम से भी जाना जाता है ।
यूटरीन फाइब्रॉयड
इसका जितना नाम खतरनाक लग रहा है असल में इतनी कंडीशन नहीं है । इस कंडीशन में नार्मल से जयदा दिन तक पीरियड ये चलता रहता है । इस सिथि में यूटरस के अंदर एक इरेगुलर टिश्यू ये निर्माण हो जाती है जिस के कारण ये सब प्रॉब्लम पैदा हो जाती है । ये नेचर में कैंसरर्स तो नहीं होता है पर इसका सही से इलाज होना भी जरुरी है ।
मोटापा
मोटापा ये अपने साथ 10 और बीमारिया ये लेकर आती है तो ये एक तरह से सच है । मोटापा में बॉडी में फैटी ब्लड के वजह से बॉडी में एस्ट्रोजन का लेवल ये बढ़ जाता है जिस के कारन नार्मल ब्लीडिंग से जयदा ब्लीडिंग हो सकती है ।
डॉक्टर की जांच
आर्टिकल के इस पार्ट में ये देख लेते है की जब आप पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण के लिए आप डॉक्टर के पास जाते हो तो डॉक्टर आपसे क्या क्या पूछ सकते है तो बेसिक सवाल में से ये पीरियड कब से शुरू हो गया है , यानि की पीरियड आये हुए कितने दिन हुए है ।
1 | पेट या ट्रांसवजाइनल अल्ट्रासाउंड |
2 | डाइलेशन और क्यूरेटेज |
3 | पैप स्मीयर |
4 | हार्मोन के स्तर की जांच व आयरन की कमी की जांच करने के लिए ब्लड टेस्ट |
5 | हिस्टरोस्कोपी |
6 | बायोप्सी |
पीरियड का फ्लो हेवी था या नार्मल था । आप सेक्सुअली एक्टिव हो या नहीं ये भी सवाल पूछ सकते है । उसके आलावा कुछ और लक्षण फील हो रहा है या नहीं ये भी पूछ सकते है । आपकी फॅमिली हिस्ट्री के बारे में भी पूछ सकती है । नर्मल टेस्ट की बात करे तो पैल्विक टेस्ट कर सकते है । पैल्विक टेस्ट से अगर सही से कुछ पता नहीं चला तो डॉक्टर सही वजह जानने के लिए कुछ और टेस्ट करने के लिए कह सकते है तो निचे हम एक लिस्ट दे रहे है वो टेस्ट करने की सलाह दे सकते है ।
डॉक्टर की सलहा कब लेनी चाहिए
अभी आर्टिकल के इस पार्ट में अगर आपको भी यही प्रॉब्लम है तो आपको डॉक्टर की सलहा कब लेनी चाहिए ये देख लेते है तो आपका धर्म ये इर्रेगुलर हो रहे है तो भी आप एक बार डॉक्टर की सलाह के लीजिये । उसके आलावा पीरियड ये जयदा दिन तक हो रहे है और नार्मल से जयदा ब्लीडिंग भी हो रही है तो भी डॉक्टर की सलहा जरुरी है ।
पीरियड आने के कुछ दिन पहले या फिर आने के बाद अगर स्पॉटिंग हो रही है तो भी आप डॉक्टर की सलाह ले लीजिये । अगर पीरियड ये अगर 8 दिन से अधिक समय तक रहता है तो ये भी आप डॉक्टर की सलाह ले लीजिए ।
पीरियड के दौरान भी हल्का दर्द होना ये नार्मल बात है पर ये किसी और बिमारी की भी निशानी हो सकती है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर की सलहा ले लीजिये । अगर लबे समय से पीरियड नहीं आ रहे है और आप गर्भवती भी नहीं हो तो आपको डॉक्टर की सलहा लेनी होगी । पीरियड के साथ कुछ और ऐसे लक्षण आपको फील हो रहे है तो अपने डॉक्टर की सलाह ले लीजिये ।
लबे समय तक पीरियड आने से क्या होगा ।
पीरियड में हर एक महिला की शक्ति ये कम एक तरह से कम हो जाती है और क्या क्या फिसिकल , मानसिक बदलाव आता है ये कोई अलग से बताने की बात नहीं है । पर इस सब में पीरियड अगर लबे समय तक बने रहते है तो खून की कम होने के कारन शरीरिक कमजोरी ये लग जाती है , उस में क्रैम्प्स आने की प्रॉब्लम , पेट में दर्द , मूड में बदलाव के साथ साथ तो बाकी की प्रॉब्लम भी हो सकती है जो की डिरेक्ट्ली महिला की हेल्थ पर पड़ता है और अगर कुछ गभीर समस्या कुछ हुई तो आगे कुछ प्रॉब्लम हो सकती है ।
नार्मल महिलाओ में पीरियड ये करीब 21 से 35 दिनों का होता है और उस ही तरह यही पीरियड का सायकल ये 21 दिन का भी हो सकता है और 30 दिन का भी हो सकता ही तो ये भी पूरी तरह से नार्मल है ।
15 दिन में पीरियड आने का क्या कारण है
अभी हम इस ही टॉपिक के मिलता जुलता 15 दिन में पीरियड आने का क्या कारण है तो उसके बारे में हम डिटेल में नहीं बताने वाले है आपको कुछ पॉइंट्स बताने वाले है आप उसका सहारा ले सकते हो ।
वैजाइना में अगर किसी वजह से सुजन है , रूखापन या फिर गीलापन होने के वजह से एक ही महीने में दो बार पीरियड ये हो सकते है । किसी वजह से अगर महिला का वजन ये बढ़ रहा है या फिर कम हो रहा है तो उस कंडीशन में हार्मोन्स के लेवल में बहुत जयदा बदलाव ये आ जाते है तो ये भी एक बड़ी वजह हो सकती है ।
स्ट्रेस लेने से पता नहीं कोनसी कोनसी बिमारी ये हो जाती है उस ही लिस्ट में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाने की वजह से पीरियड पर पड़ता है । उस ही तरह इस से हेवी ब्लीडिंग भी हो सकती है और कभी कभी पीरियड ये मिस भी हो सकते है ।
अर्ली मेनोपॉज भी आज के समय में एक बड़ा अहम रीजन है , तो अर्ली मेनोपॉज को सिंपल वर्ड में इसको एक्सप्लेन करे तो महिलाओ में एक उम्र के बाद मेनोपॉज आ जाता है उस कंडीशन में अगर कोई महिला को लगातार 12 महीने तक पीरियड नहीं आते है तो उसको ही मेनोपॉज कहते है । इस समय में पीरियड ये सही से नहीं आते है उस ही तरह इररेगुलर पीरियड की भी प्रॉब्लम हो सकती है । तो जब महिला मेनोपॉज के करीब आ जाती है तो उस में एक महीने में दो बार पीरियड आने की प्रॉब्लम ये हो सकती है ।
थायरॉइड जैसी बीमारी , एसटीआईएस यानि सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से गर्भाशय में सूजन ,एंडोमेट्रियोसिस , पीसीओएस जैसी बीमारी के कारन भी ये प्रॉब्लम हो सकती है ।
उसके साथ ही बहुत बार महिलाये ये बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करते है तो उसके कारन बॉडी में अलग अलग तरह के बदलाव आ जाते है । तो अगर आप कुछ ही समय से ऐसे दवा ले रहे हो या फिर आप दवा में बदलाव करने की वजह से ब्लीडिंग हो सकती है या फिर हेवी ब्लीडिंग भी हो सकती है ।
अलसर की समस्या के कारन , प्रेगनेंसी के कारन , मिसकैरेज और गर्भाशय में फाइब्रॉयड के वजह से भी 15 दिन में पीरियड आने का क्या कारण है इसके आलावा भी और कुछ कुछ कारन हो सकते है वो आपको सही से डॉक्टर ही बता सकते है ।
तो ये थी पीरियड ज्यादा दिन तक आने के कारण क्या है, 15 दिन में पीरियड आने का क्या कारण है और इस ही रिलेटेड हमने आपको जानकारी देने की कोशिश की है तो आपको बता देते है की इस आर्टिकल में आपको जो भी जानकारी मिल रही है वो सिर्फ और सिर्फ आपकी जर्नल जानकारी के लिए ये आर्टिकल लिखा है तो आप ये आर्टिकल को पढ़ कर या फिर इंटरनेट का कोई और वीडियो या फिर आर्टिकल को पढ़ कर खुद इस कोई दवा या फिर नुस्के का सेवन मत कीजिए सब से पहले सही डॉक्टर की सलाह ले लीजिये फिर ही कोई दवा या नुस्के का उपयोग कीजिये ।