हेलो दोस्तों आज हम फिर से एक बार लेकर आये है एक और हेल्थ से रिलेटेड विषय को लेकर और आज के इस विषय का नाम है टॉन्सिल्स के लिए टेबलेट नाम क्या हैए जिस से कुछ ही वक्त में खतम हो जाये । इसके आलावा आपको इस ही आर्टिकल में आखिर ये टॉन्सिल के लक्षण क्या होते है ये आखिर क्यू होते है और ये कोई कोई और बीमारी के लक्षण है या नहीं इसके साथ ही आपको डॉक्टर की सलाह कब लेनी किया इस सब की जानकारी आपको यही पर मिलने वाली है । तो अगर आपको ये बार-बार टॉन्सिल होने का कारण और बाकी सब की जानकारी चाहिए तो ये आर्टिकल पूरा पढ़ लीजिये आपको कुछ नया सिखने को मिल जाएगा ।
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टॉन्सिल की दवा, मेडिसिन और टेबलेट
तो सब से पहले आखिर ये टॉन्सिल्स क्या होते है इसकी जानकारी देख लेते है तो टॉन्सिल्स ये एक प्रकार की एक ग्रथि है जो की हमारे गले के पीछे होती है और वो भी दो दो होती है जो की गले के दोनी तरफ एक एक होती है । और अगर आम शब्दों में समझाया जाये तो ये टॉन्सिल्स की गर्थी एक प्रकार से हमारे शरीर ले लिए अछि होती है तो आपको लगेगा की कैसे तो ऐसा है की जब भी कोई बैक्टीरिया या फिर वायरस मुँह से शरीर के अंदर आने के कोशिश करता है तो उस वक्त ये टॉन्सिल्स उनको रोखने का काम करता है पर ये हर समय सही से काम नहीं करता है इसलिए कभी कभी कोई खास कारन के बिना ही टॉन्सिल्स आ सकते है । एक और रोचक बात बता देते है की अगर आपने टॉन्सिल्स की ग्रथि निकाल भी दी तो ऐसा नहीं होगा की आपको जयदा बैक्टीरिया या फिर वायरल संक्रमण हो ।
गले में खराश की टेबलेट नाम | टॉन्सिल के लक्षण | बार-बार टॉन्सिल होने का karn
टॉन्सिल की बीमारी के ख़ास तोर पर छोटे बच्चो में जयदा देखने को मिलती है और अगर आप घरेलू नुस्के अपनाते हो तो कुछ ही एक या फिर दो दिनों में ठीक भी हप जाते है और जैसे की हमने पहले ही कहा था की ये टॉन्सिल ये हर समय ये सही नहीं होते है कभी कभी बिना कारणों से या फिर कुछ छोटे कारणोंसे टॉन्सिल ये आ जाते है और आपको तो पता ही होगा टॉन्सिल की बीमारी ये कितनी पेनफुल होती है कभी कभी तो पानी पिने के लिए सोचना पड़ता है इतना दर्द हो ता है । कुछ लोगो में टॉन्सिल की बीमारी ये लंम्बे समय तक चलती है और इसमें भी जब तक वो दवा लेते रहते है तब तक टॉन्सिल कम होते है और जैसे की दवा लेना बंद करते है वैसे ही फिर से आना सुरु हो जाते है तो आज के इस आर्टिकल में आपको टॉन्सिल की बीमारी पूरी तरह से खमत करने की दवा कोनसी है उसको कैसे इस्तेमाल करना है और बाकी की जानकारी आपको आगे की पोंइट में पढ़ने को मिलने वाली है इसलिए धायण रख कर पढ़ लीजिये ।
टॉन्सिल की दवा, मेडिसिन और टेबलेट | टॉन्सिल्स के लिए टेबलेट नाम
सब से पहले आपको बता देते है की टॉन्सिल को खतम करने के लिए आयुर्वेद में त्रिकटु, गुडुची, गुग्गलु, मांझिष्टा जैसी पदार्थ को सेवन करने के लिए कहा है पर आज के इस वक्त में सभी ये आसनी से नहीं मिल पता है । इसलिए ही अगर आपको भी टॉन्सिल को खतम करना है तो आप ये Himalaya Septilin Tablets दवा का सेवन कीजिये क्यू की इस दवा में वो सारे तत्व है जो की आयुर्वेद के नुसार टॉन्सिल को ख़त्म करने के लिए सही होता है वही सब मिलकर इस Himalaya Septilin Tablets दवा को बनाया गया है ।
इस दवा ला सेवन करना बहुत ही आसान है अगर आप इस Himalaya Septilin Tablets दवा की एक एक गोली दिन में अगर दो बार आप सेवन करते हो तो कुछ ही दिनों में आपको पॉजिटिव असर देखने को मिल जाएगी । और अगर आपको ये दवा छोटे बच्चो को देना है तो सिर्फ एक ही गोली के दो टुकड़े कर के एक एक गोली का टुकड़ा आप बच्चो को दे सकते हो । अगर आपके बच्चे Himalaya Septilin Tablets कतराते है तो आप Himalaya Septilin Syrup का इस्तेमाल कर सकते हो । और ये Himalaya Septilin Syrup सिर्फ बच्चे के लिए नहीं है आप अगर बड़े भी तो भी आप इसका सेवन कर सकते हो ।
अगर हम इस दवा का प्राइस देखते है तो Himalaya सेप्टिलिन टैबलेट – 60 टैबलेट का पैक्ट आपको करीब 140 रूपये के करीब मिल जाएगा जिस में आपको 60 टैबलेट मिल जाते है ।
ये दवा आपको नजदीगी मेडिकल और ऑनलाइन अमेज़न पर मिल जाएगी । आपको ये दवा का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना बहुत ही जरुरी है आप खुद से इस दवा ला सेवन मत कीजिये । डॉक्टर की सलाह जरुरी है ।
टॉन्सिल का इलाज और उपचार | white spots on tonsils
तो सब से पहले ये जाना लीजिए की टॉन्सिल ये आम तोर पर ठन्डे खाद्यपदार्थ सेवन अगर आप करते हो तो वो आपको कम करने चाहिए जैसे की ठंडा पानी हो गया , फ्रीज में से कोई भी खाना डायरेक्ट खाना बंद कीजिए , आइसक्रीम , कोला , ठंडा जैसे चीजे खाने में जितंना भी आपको ाचा लगता हो उसको आप बंद कीजिये ।
जयदा तेल डला हुआ खाद्यपदार्थ का सेवन करने से भी ये टॉन्सिल की बीमारी लग सकती है खास कर के बहरा का खाद्यपदार्थ का सेवन करना बंद कीजिये q की वह पर कोनसा तेल इस्तैमाल हो रहा है इस पर कंट्रोल नहीं होता है इसलिए आप जयदा तेल वाला और जयदा मसाले वाला खाद्यपदार्थ का सेवन करना बंद कीजिये ।
कभी कभी जयदा आमचूर , खट्टा खाने से भी किसी किसी को टॉन्सिल आती है तो अगर आपको भी ये होता है तो आप इन चीजों को इग्नोर कर सकते हो ।
आप टॉन्सिल को रोकने के लिए हल्दी वाला दूध भी ले सकते हो वो भी गरम गर्म इसके आवला आप गरम पानी में नमक डाल कर गरारे कर सकते हो इस से आपको तुरंत राहत मिलना सुरु हो जाती है ।
इसके आलावा थोड़ा सा शहद और नीबू का कुछ रस मिकलाकर आप इस का आप सेवन कर सकते हो ये आपको दिन में करीब 2 बार करना है इसको आपको राहत मिलना सुरु हो जाता है ।
आप अगर Himalaya Septilin Tablets दवा के साथ साथ कपालभाति प्राणायाम और उच्चाई प्राणायाम योग करते हो तो आपको बहुत ही अचे रिजल्ट देखना सुरु हो जाएगा
Tablet for tonsils | गले में खराश की टेबलेट नाम | टॉन्सिल की आयुर्वेदिक दवा
सब से पहले आप जान लीजिये की बाजार में कोई भी टॉन्सिल की आयुर्वेदिक दवा मिलती है वो सच में पूरी तरह से आयुर्वेदिक से ही बानी है या फिर को केमिकल का इस्तेमाल किया है इस सब की कोई भी 100% नहीं देता है इसलिए अगर आप खुद से ही दवा बना सकते हो तो सही होगा ।
और आप कुछ भी सेवन कर रहे हो आप डॉक्टर की सलाह जरूर ले अपने डॉक्टर खुद कबि मत बनिए इस से खतरा हो सकता है आपकी जान को ।
डॉक्टर से मेडिसिन कब ले Tonsils Treatment
तो आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए और कब नहीं ये पूरी तरह से आपका ही फैसला होना चाहिए पर आम तोर पर हल्का सा हलका सा दर्द है तो आप खुद ही एक दिन में या फिर दो दिने में आराम से चला जाता है पर आप एक बार अपने डॉक्टर की सलाह लेंगे तो कुछ होगा नहीं ।
इसके आलावा आप ऑनलाइन भी डॉक्टर का एक कंसल्टेशन होता है तो आप ऐसे छोटे मोठे रोग के लिए उनपर ट्रस्ट कर सकते हो ।
अगर कुछ समय में घर का घरैलू इलाज करने के बाद भी कोई ज्यादा फर्खक मसहूस होता है तो आप जल्दी से डॉक्टर की राय ले लीजिये ।
टॉन्सिल (टॉन्सिलाइटिस) की जांच – Diagnosis of Tonsillitis in Hindi
तो आइए खुद से हम जांच कर सकते है पर अगर आप किसी डॉक्टर की राय लेंगे तो ही बेहतर हो फिर भी आपको बता देते ही की कैसे जांच की जाती है डॉक्टर सब से पहले गले की जांच करता है उसके साथ ही नाक और कान की भी जांच कर लेते है और कभी कभी जांच करने के लिए गदर्न को भी छु कर देख सकते है । इसके आलावा डॉक्टर स्टेथोस्कोप का इस्तेमाल कर के चेक कर सकते है ।
कभी कभी डॉक्टर ये इन तरिके के आलावा थ्रोट स्वैब की जांच या फिर कम्पलीट ब्लड सेल काउंट (सीबीसी) का भी उपयोग कर सकते है सही जांच के लिए और जैसे की हमने पहले की कहा था की ये आर्टिकल में हम आपको डॉक्टर वाली भषा का इस्तेमाल नहीं करने वाले है और ना ही इसको हम डिटेल में एक्सप्लेन करने वाले है ।
टॉन्सिल बढ़ने से क्या होता है? – Tonsillitis Complications in Hindi
टॉन्सिल बढ़ने से क्या होता है? क्या ये खरनाक हो सकता है ? क्या ये किसी और बीमारी के लक्षण होते है ? क्या आपको इस से डरना चाहिए या नहीं इस सब की जानकारी आपको देख लेते है तो टॉन्सिल आने के बाद आम तोर पर गर्दन के निचे थोड़ी बहुत सूजन हो सकती है और ये आम है । तो किस कॉन्डीशन में आपको तुरंत जाँच करनी चाहिए तो टॉन्सिल हो जाये वो भी बिना की बीमारी के यानि अगर बुखार ना आये और सिर्फ एक ही साइड्स का टॉन्सिल दुखने लगे या फिर बिना दर्द के टॉन्सिल दुखने लगे तो कुछ और हो सकता है इसलिए आप जल्दी से जल्दी जांच करवा ले लीजिये ।
ये थी टॉन्सिल्स के लिए टेबलेट नाम , टॉन्सिल के लक्षण और ऐसे ही जो बार-बार टॉन्सिल होने का कारण इस सब की जानकारी आपको यह पर देने की कोशिश की है और ये आर्टिकल को आप एक्स्ट्रा जानकारी के लिए आप पढ़ सकते हो और इस आर्टिकल को पढ़ कर कोई भी खुद से इलाज या फिर दवा का सेवन मत कीजिये और सब से जरूरी ये आर्टिकल की जानकारी हमने अलग अलग वेब साइट्स से जोड़ कर लिखी है ।